कोच फैक्टरी और वर्कशॉप से हटाकर ट्रेनों में भेजे जाएंगे आरपीएफ जवान

सच प्रतिनिधि ॥ भोपाल
रेलवे में बढ़ रही वारदातों पर लगाम लगाने और यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए रेलवे कोच फैक्टरी, वर्कशॉप, अन्य कार्यालयों से रेलवे सुरक्षा बल को हटाकर दूसरे विकल्प तलाशे जा रहे हैं। इसके लिए रेलव बोर्ड ने भोपाल मंडल के आरपीएफ जवानों की जानकारी मांगी है।
रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी कर सभी जोन और मंडल के चीफ सिक्योरिटी आफिसर से वर्कशाप और कार्यालयों में तैनात आरपीएफ की संख्या के बारे ब्योरा मांगा है। भोपाल के रेलवे सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि स्टेशनों और ट्रेनों में जवानों की तादाद बढाने के लिए रेलवे ने यह जानकारी मांगी है। उन्होंने बताया कि 30 जनवरी को दिल्ली में हुई बैठक में यह प्रस्ताव पेश किया गया था । वर्कशाप और कोच फैक्ट्ररी में सीआईएसएफ के जवानों को तैनात किया जाए। लेकिन बोर्ड ने अभी सिर्फ जोन और मंडल से जानकारी मांगी है।
बैठक में सामने आया कि आरपीएफ के जवानों को काफी संख्या में फैक्ट्ररी और वर्कशाप में तैनात है , जिसका इस्तेमाल भी स्टेशन व ट्रेनों में कम होता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए बैठक में ही तय हो गया था कि इसके लिए विकल्प तलाशें जाएं।
23 फरवरी तक भेजा जाना है जवानों का डाटा
रेलवे बोर्ड ने जवानों की जानकारी भेजने के लिए 23 दिन का समय दिया था। जोन और मंडल के अधिकारियों को जवानों की उम्र के साथ ड्यूटी का समय और प्रमोशन के बारे में जानकारी भेजनी होगी। इससे बोर्ड आरपीएफ की कमी के बारे में बेहतर जान पाएंगा।
12 साल पहले 24 हजार जवानों
की थी जरूरत
भोपाल मंडल के उच्च अधिकारी ने बताया कि करीब 12 साल पहले रेलवे ने सर्वे की थी कि आरपीएफ जवानों की कितनी आवश्यकता और है। उन्होंने बताया कि करीब 24 हजार जवानों की अतिरिक्त आवश्यकता थी जिसे पूरा नहीं किया गया। बाद में स्ट्रेंथ के हिसाब से भर्तियां तो हुई लेकिन 24 हजार की जरूरत के मुताबिक नहीं । यही कारण है कि अब आरपीएफ की जगह राज्यों में तैनात सीआईएसएफ को लगाने का प्रस्ताव है।


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