कोलार में चार साल बाद भी पूरी नहीं हुई मुख्यमंत्री की घोषणाएं

मल्टीलेवल पार्किंग सहित अन्य सुविधाओं से दूर कोलार
सच प्रतिनिधि ॥ भोपाल
कोलार में पार्किंंग, सड़क और शिक्षा के लिए बेहतर सरकारी शिक्षण संस्थान की कमी पिछले 4 साल से महसूस की जा रही है। विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक सभा के दौरान बीमाकुंज पर जो घोषणाएं की थी, वह पूरी होती नजर नहीं आ रही है। सरकार के प्रयासों के बाद भी आज इस क्षेत्र में एक अच्छा हाट बाजार, मल्टीलेवल पार्किंग, सिक्सेलन सड़क के लिए बाशिंदों को संघर्ष करना पड़ रहा है। शहर के अन्य उपनगरों से आज भी क्षेत्र पिछड़ा हुआ नजर आ रहा है। लगभग 3 लाख आबादी वाले इस क्षेत्र में के साथ नगर निगम द्वारा भी सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इस क्षेत्र में सेंट्रल स्कूल की मांग की गई मगर आज तक सरकारी स्तर पर जिम्मेदारों ने कोई प्रयास नहीं किए।
ये थीं सीएम की घोषणाएं
पूरे कोलार को दिसंबर 2017 तक पानी देने का वादा
सिक्सलेन सड़क
सीवेज नेटवर्क सुधार
हाट बाजार की स्थापना
मल्टीलेवल पार्किंग
आबादी के साथ ही शहर का विस्तार भी तेजी से हो रहा है। कोलार में एक भी स्थान पर पार्किंग स्थल विकसित नहीं किया गया है। मुख्य रोड सड़क पर दुकानों और शो रूमों के सामने ही वाहन आड़े-तिराछे खड़े किए जाते है। इस मार्ग पर वाहन खड़े करने को लेकर कई बार विवाद भी हो चुके है। सड़क किनारे खड़े होने वाले वाहनों से यहां का यातायात भी प्रभावित होता है।
सेंट्रल स्कूल
कोलर में करीब सात हजार सरकारी अधिकारी-कर्मचारी रहते है। कोलार में हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल की पढ़ाई के लिए एक भी अच्छा स्कूल नहीं है। कोलार से शहर में 3 सेंट्रल स्कूलों की दूरी 10 से 30 किलोमीटर है। कालेार उपनगर यहां के लिए एक भी अलग से सेंट्रल स्कूल खोलने की मांग बाशिंदों ने उठाई है।
सिक्सलेन सड़क
कोलार के चूनाभट्टी चौराहे से मदर टरेसा स्कूल मेन रोड की लंबाई लगभग 4 किलोमीटर है। सड़क पर ट्रैफिक दबाव इतना ज्यादा हो गया है कि सर्वधर्म पुल के पास से रोज जाम लगता है। एक घंटे में करीब 10 हजार वाहन निकलते है। सड़की हालत भी खराब है। सड़क को सिक्सलेन बनाने के प्रस्ताव कागजों में ही दम तोड़ रहे है।
सरकारी कालेज नहीं
कोलार उपनगर को अब तक सरकारी कालेज की सौगात नहीं मिल सकी। यहां के बच्चोंं को उच्च शिक्षा के लिए शहर में आना पड़ता है। कोलार के आसपास एक दर्जन से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र भी जुड़ा है। यहां पर शासकीय कालेज के अभाव में विद्यार्थियों को पिछले कई सालों से परेशानी से जूझना पड़ रहा है। यहां बेनजीर कालेज को शिफ्ट किया जाना था, मगर भवन में एक विवि लग रहा है।
सरकार को पहल करनी चाहिए
कोलार मेें सैंट्रल स्कूल खोलने को लेकर हमने भारत सरकार को ज्ञापन भी भेजा है। कोलार में सरकारी स्कूलों की अच्छी नहीं है। यहां केन्द्र और राज्य सरकार के सात हजार से ज्यादा कर्मचारी रहते है। जनता की सुविधा के लिए सरकार को पहल करनी चाहिए।
मंजीत मारण, पार्षद
पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं
कोलार में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। न्यू मार्केट, एमपी नगर की तर्ज पर मल्टीलेवल पार्किंग यहां पर बनना चाहिए। कई बार उचित मंच पर बात की गई है। जल्द ही इस मामले को नगर निगम प्रशासन स्तर पर उठाया जाएगा।
रवीन्द्र यति, पार्षद


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