‘एक बार का MLA’, इस सीट से दोबारा नहीं जीत पाता कोई, इस बार भी सच साबित हुआ मिथक

भोपाल: एमपी की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं. चुनाव परिणाम के इतर इस खबर में हम करैरा सीट की चर्चा कर रहे हैं. शिवपुरी जिले की इस सीट से कोई भी विधायक दोबारा विधानसभा नहीं पहुंचता, मतलब विधायक रहने के बाद चुनाव लड़ने वाले नेता को यहां हार मिलती है.

पिछले करीब 30 सालों से ये मिथक करैरा सीट से जुड़ा है, जो इस उपचुनाव में भी सही साबित हुआ, क्योंकि विधायकी से इस्तीफा देने वाले जसवंत जाटव को यहां से कांग्रेस पत्याशी प्रागीलाल जाटव ने 30 हजार 641 वोटों से हरा दिया है.

बगावत पड़ी भारी
साल 2018 के विधानसभा में चुनाव जीतने वाले जसवंत जाटव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगावत के साथ विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. लिहाजा इस सीट पर हुए उपचुनाव में जाटव बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़े और उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी प्रागीलाल जाटव ने हरा दिया.

करैरा सीट से जुड़ी कहावत
करैरा विधानसभा सीट से जुड़े एक कहावत भी है कि ‘चायना का माल और करैरा के विधायक का उपयोग करने के बाद यहां की जनता उसे दोबारा मौका नहीं देती’, उपचुनाव के परिणामों पर नजर डालें तो ये कहावत एक बार फिर चरितार्थ हुई है.

करैरा सीट का इतिहास
इस सीट के इतिहास पर नजर डालें तो 1957 से लेकर अब तक सिर्फ दो विधायकों को छोड़कर 1990 से अब तक यहां की जनता ने किसी दूसरे विधायक को दोबारा मौका नहीं दिया, मतलब इस सीट से कोई भी विधायक दूसरा चुनाव नहीं जीता.

दिग्गजों ने झोंकी पूरी ताकत, जनता ने नकारा
इस सीट पर बसपा से आए प्रागीलाल जाटव को कुल 95,728 वोट मिले, जबकि बीजेपी प्रत्याशी जसवंत जाटव को कुल 65,087 वोट मिले. बीजेपी प्रत्याशी को जिताने के लिए पार्टी के दिग्गजों ने खूब मेहनत की. क्षेत्र में ताबड़तोड़ सभाएं कीं. इस दौरान स्टार प्रचारक, जयभान सिंह पवैया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के अलावा खुद मुख्यमंत्री शिवराज ने इस सीट के लिए जमकर पसीना बहाया, लेकिन जनता ने कांग्रेस को चुना.

करैरा सीट पर चुने गए विधायक

भगवानदास चतुर्वेदी- 1957-1962
गौतम शर्मा- 1962-1972
राजमाता सिंधिया- 1972-1977
सुषमा सिंह- 1977-1980
दाऊ हनुमंत सिंह- 1980-1990
भगवत सिंह यादव- 1990-1993
कारण सिंह रावत- 1993-1998
रणवीर सिंह रावत-1998-2003
लाखन सिंह बघेल- 2003-2008
रमेश प्रसाद खटीक- 2013-2018
जसवंत जाटव- 2018-2020


facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें