Bharat Bandh: जबरन दुकानें बंद कराने वालों पर होगी कार्रवाई, ये सेवाएं हो सकती हैं प्रभावित

नई दिल्ली. नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) चल रहा है. पांचवें चरण की बैठक भी बेनतीजा रहने के बाद 9 दिसंबर को दूसरी बैठक प्रस्तावित है. इससे पहले 8 दिसंबर (मंगलवार) को किसान संगठनों ने राष्ट्रव्यापी ‘भारत बंद’ (Bharat Bandh) का आह्वान किया है. किसानों के भारत बंद कॉल को तमाम विपक्षी पार्टियों, ट्रेड यूनियन, ऑटो और टैक्सी यूनियनों ने भी सपोर्ट का ऐलान किया है. इस बीच दिल्ली पुलिस ने भी कमर कस ली है.

दिल्ली-एनसीआर में सबसे ज्यादा प्रभाव
राष्ट्रव्यापी भारत बंद (Bharat Bandh) का सबसे ज्यादा असर दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में देखने को मिल सकता है. पंजाब, हरियाणा और आसपास के राज्यों से तमाम किसान दिल्ली के बॉर्डर एरिया पर डटे हुए हैं. इसके चलते दिल्ली-एनसीआर के तमाम रास्ते बंद हैं. लोगों को हर रोज जाम से जूझना पड़ रहा है.

10 बजे से पहले आवाजाही में दिक्कत नहीं!
इस बीच सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन की अगुआई कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है, ‘जैसा पब्लिक सपोर्ट मिल रहा है चार घंटों के संपूर्ण बंद में सफलता की उम्मीद है. आम जनता ड्यूटी के लिए 10 बजे से पहले ऑफिस जा सकती है. जो जहां संभव हो वहां बंद करे, लोग अपना गांव, अपनी सड़क के तहत NH पर बैठें. दुकानदार लंच के बाद दुकानें खोलें.’

टैक्सी यूनियनों का समर्थन
कुछ टैक्सी यूनियनों ने भी भारत बंद (Bharat Bandh) का समर्थन किया है. दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट यूनियन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने कहा है कि दिल्ली स्टेट टैक्सी कोऑपरेटिव सोसाइटी और कौमी एकता वेलफेयर एसोसिएशन भी 8 दिसंबर को भारत बंद का समर्थन करेंगे. ओला-उबर (Ola Ubar) के ड्राइवरों वाली सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन भी समर्थन करेगी.

बैंकिंग सर्विसेज हो सकती हैं प्रभावित
कई बैंकिंग यूनियन भी किसान आंदोलन का समर्थन कर रही हैं. इस वजह से 8 दिसंबर को बैंकिंग सेवाएं भी प्रभावित रह सकती हैं. ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉई एसोसिएशन (AIBEA) ने एक बयान में कहा है, ‘सरकार को किसानों की मांगें पूरी करनी चाहिए.’ ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन (AIBOC), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA) और इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस (INBOC) ने भी किसानों की मांगों का समर्थन किया है.

इन ट्रेड यूनियन का समर्थन
इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC), हिंद मजदूर सभा (HMS), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन(CITU), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (AIUTUC) भी किसान आंदोलन व भारत बंद के समर्थन में हैं.

राजनीतिक दलों का समर्थन
किसान आंदोलन का तमाम विपक्षी दल भी समर्थन कर रहे हैं. कांग्रेस, एनसीपी, समाजावादी पार्टी खुल कर किसान आंदोलन के समर्थन में है. उत्तर प्रदेश में समाजावादी पार्टी ने कई जगह प्रदर्शन भी किया. इस दौरान सपा अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को हिरासत में भी लिया गया. वहीं भारत बंद को कुछ राज्य सरकारों ने भी समर्थन दिया है. पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, महाराष्ट्र और केरल सरकार इनमें शामिल हैं.

दिल्ली पुलिस ने कसी कमर
भारत बंद को देखते हुए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सामान्य आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है. ट्रैफिक एडवाइजरी (Bharat Bandh Traffic Advisory) भी जारी की गई है. बलपूर्वक दुकानों को बंद कराने की कोशिश या जबरन आवाजाही रोकने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. दिल्ली पुलिस ने अपील की है कि आम नागरिकों और शहर के निवासियों का सामान्य जीवन बाधित नहीं होना चाहिए. दिल्ली पुलिस के पीआरओ ईश सिंघल ने कहा है कि मंगलवार को ‘भारत बंद’ के दौरान सड़कों पर लोगों की सामान्य आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं.

बंद हैं कई रास्ते
बता दें, किसान आंदोलन (Farmers Protest) की वजह से राजधानी के सभी बॉर्डर बंद हैं. दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर डटे किसानों का आंदोलन 13वें दिन में पहुंच चुका है. कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध कर रहे किसान, बिल वापसी से कम में राजी नहीं हैं. दिल्ली में दाखिल होने के लिए पांच प्रमुख बॉर्डर हैं. सिंघु बॉर्डर तो 26 नवंबर से लगातार सुर्खियों में है. अन्य सीमाओं की बात करें तो टिकरी, झारोदा बॉर्डर भी बंद हैं. औचंदी, मंगेश और पिओ मनियारी बॉर्डर पर भी दबाव बना हुआ है. ऐसे में 8 तारीख को जिन्हें यात्रा करनी है उन्हें परेशानी हो सकती है.


facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें