Nipah Virus in Kerala: अब निपाह वायरस का काम होगा तमाम, ऑस्ट्रेलिया से एंटीबॉडी मंगाने का फैसला

Kerala Nipha Virus News: आखिर केरल में निपाह वायरस का खतरा अधिक क्यों है. केरल सरकार के मुताबिक निपाह वायरस में बांग्लादेशी वेरिएंट(nipah virus bangladesh variant) का होना चिंता की बड़ी वजह है. ऐहतियात के तौर पर 14 और 15 सितंबर को सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद किया गया था, लोगों से अनावश्यक यात्रा नहीं करने की अपील भी की जा रही है इन सबके बीच आईसीएमआर ने चेतावनी देते हुए बताया कि निपाह, कोरोना वायरस से भी अधिक खतरनाक है. इन सबके बीच इस आईसीएमआर ने कहा कि वो ऑस्ट्रेलिया से मोनोक्लोनर एंटीबॉडी के 20 और डोज मंगाने जा रहे हैं.

ICMR ने क्या कहा

  • इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के मुताबिक निपाह वायरस से मृत्यु दर 40-70% है.
  • यह कोरोनावायरस से होने वाली मृत्यु दर की तुलना में काफी ज्यादा है। 
  • कोरोना से मृत्यु दर 2-3% है. 
  • इस बीच केरल में निपाह वायरस का एक और संक्रमित मिला है.
  • इसको मिलाकर यहां कुल संक्रमित लोगों की संख्या 6 हो गई है.
  • ICMR के मुताबिक इस बीमारी के लिए दी जाने वाली मोनोक्लोनल एंटीबॉडी केवल 10 मरीजों के लिए बची है.
  • मोनोक्लोनल एंटीबॉडी की 20 खुराक और मंगाई हैं, ताकि संक्रमण की शुरुआत में ही मरीजों को दिया जा सके

केरल में ही निपाह क्यों

हालांकि ये केरल में क्यों फैलता है इसकी वजह साफ नहीं है. 2018 में पाया गया कि केरल(Nipah virus kerala news) में इसका प्रकोप चमगादड़ों (fruit bats)से संबंधित था लेकिन ये मनुष्यों में कैसे पहुंचा. इस बार फिर भी इसकी जांच की जा रही है. निपाह का खतरा अक्सर बरसात के मौसम में ही होता है. बताया जाता है कि निपाह से संक्रमित व्यक्ति दक्षिण पूर्व के देशों से आया होगा और उसकी वजह से दूसरे लोग प्रभावित हुए होंगे. निपाह का मुख्य केंद्र मलेशिया है अब चूंकि सूअर या चमगादड़ इतनी लंबी दूरी नहीं तय कर सकते लिहाजा संक्रमित व्यक्ति का वहां से केरल आना एक बड़ी संभावित वजह हो सकती है.


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