मजदूरों को निकालने के लिए खास मशीन के पहुंचे पार्ट्स, ड्रिल के लिए प्लेटफॉर्म तैयार

उत्तरकाशी के सिल्क्यारा स्थित टनल धंसने से हुए हादसे में फंसे मजदूरों के लिए भोजन सामग्री 125MM Dai के पाइप को ड्रिल करके भेजा जा रहा है. इनमें से 11 पाइप (33M) डाले जा चुके हैं. नवयुगा कंपनी के PRO के अनुसार, 11 पाइप जाने पर दूसरी तरफ फंसे हुए लोगों के द्वारा ड्रिल की आवाज आने के संबंध में अवगत कराया गया है. वर्तमान में खाने की सामग्री 80MM dia के पाइप से की जा रही है.

हर 2 घंटे में दी जा रही हैं दवाई और भोजन सामग्री

मजदूरों को निकालने के लिए खास औगर मशीन के लिए प्लेटफार्म तैयार कर लिया गया है. ड्रिल के लिए 900MM के पाइप टनल के अंदर ले जाया जा रहा है. औगर मशीन के अधिकतर पार्ट्स पहुंच चुके हैं और शेष पार्ट्स चिन्यालिसौर से पहुंच रहे हैं. ये मशीनें मलबे को भेदकर स्टील पाइप दूसरी तरफ पहुंचने में मददगार साबित होगी. इस मशीन के जरिए प्रति घंटे 5 मीटर मलबा निकला जा सकेगा. वहीं, फंसे मजदूरों को खाने की सामग्री में काजू , मूंगफली, भीगे चने, भूने चने ,पॉपकॉर्न और दवाईयां हर 2 घंटे में दी जा रही है. सभी फंसे लोग कुशल हैं. 

सीएम ने कहा- सफल होगा रेस्क्यू

उत्तराखंड के उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे मजदूरों को 90 घंटे से भी ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अभी भी बचाव कार्य में सफलता नहीं मिल सकी है. राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी इंदौर से देर रात देहरादून पहुंच गए हैं. वह लगातार सिल्कयारा में निर्माणाधीन टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट ले रहे हैं. उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों में लगी केंद्रीय एजेंसियों की टीम की हौसला अफजाई की और जल्द ही टनल में फंसे श्रमिकों के सकुशल रेस्क्यू की बात कही है. 

प्रशासन को दिशा-निर्देश

केंद्रीय एजेंसियों को प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सहायता एवं हर संभव मदद हेतु शासन एवं प्रशासन को पूर्व में ही समुचित दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं. फंसे हुए श्रमिकों के परिजनों से निरंतर संपर्क एवं संचार हेतु प्रशासन द्वारा टेलीफोन नंबर जारी किए गए हैं. 


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