पाकिस्तान का वो आतंकी संगठन, जिस पर शिया ईरान ने बरसाईं मिसाइलें

पाकिस्तान के कोने-कोने में आतंकियों का अड्डा है. जिस तरह भारत से लगती सीमा पर आतंकियों की हरकतें जारी रहती हैं, वैसे ही पाकिस्तान से दूसरे पड़ोसी भी परेशान हैं. कुछ घंटे पहले ईरान ने पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक की है. ऐसे में यह जानना महत्वपूर्ण है कि इसकी वजह क्या थी और कार्रवाई पाकिस्तान में कितना अंदर हुई. सबसे पहले यह जान लीजिए कि शिया बहुल ईरान ने एक सुन्नी आतंकी संगठन के ठिकानों को नष्ट करने के लिए मिसाइलों से अटैक किया है. उस आतंकी संगठन का नाम जैश अल-अदल है. 

गूगल मैप से ली गई तस्वीर देखने से पता चलता है कि ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में कोह-सब्ज पहाड़ी क्षेत्र में मिसाइलें दागी हैं. 

जैश अल अदल के बारे में 

आतंकी संगठन जैश-अल अदल 2012 में बना था, जो ईरान की सीमा पर काफी एक्टिव है. यह सुन्नी आतंकी संगठन खुद को ‘आर्मी ऑफ जस्टिस’ कहता है. हाल के वर्षों में इसने ईरानी बॉर्डर पुलिस पर बमबारी और किडनैपिंग की जिम्मेदारी ली है. यह ईरान के सिस्तान- बलूचिस्तान क्षेत्र को निशाना बनाता रहता है. सिस्तान में शिया आबादी रहती है और ईरान के बलूचिस्तान क्षेत्र में बलूच रहते हैं. 

दिसंबर में 11 पुलिसवालों की हत्या

ईरान ने इस पाकिस्तानी संगठन को आतंकी घोषित कर रखा है. दिसंबर में ही जैश-अल-अदल ने सिस्तान बलूचिस्तान में एक थाने पर हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 11 पुलिसकर्मियों की जान गई थी. ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान की सीमा पाकिस्तान ही नहीं अफगानिस्तान से भी लगती है. इस इलाके में ईरानी सुरक्षाबलों का सुन्नी आतंकियों के साथ-साथ ड्रग तस्करों के साथ भी मुकाबला होता रहता है.  

पहले इराक फिर पाकिस्तान

हां, ईरान ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब एक दिन पहले उसने दावा किया था कि इराक के कुर्द क्षेत्र में उसने इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के ‘गुप्त हेडक्वॉर्टर’ को निशाना बनाया है. उसने सीरिया में इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन के खिलाफ भी हमले किए. उसने कहा था कि ये हमले उन ठिकानों पर किए गए जो ईरान में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते हैं. हाल में ईरान में हुए धमाकों में 95 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.  

ईरान ने अब पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक की है. ऐसे में मिडिल ईस्ट का तनाव बढ़ सकता है. कई महीनों से गाजा में इजरायल बम बरसा रहा है. लाल सागर में भी तनाव है. इजरायल के खिलाफ ईरान हमास का सपोर्ट करता है. इसे संयोग ही कहा जाएगा कि ईरान ने पाकिस्तान पर यह हमला ऐसे समय किया जब कुछ घंटे पहले ही भारत के विदेश मंत्री तेहरान में अपने समकक्ष और वहां के राष्ट्रपति से मिले थे.  


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