एमसीआई ने किया ‘नीट’ में बदलाव का ब्योरा देने से इंकार   

12वीं कक्षा में भौतिकी, रसायन शास्त्र, जीव विज्ञान एवं जैव प्रौद्योगिकी को मिलाकर दो वर्ष का अध्ययन होना चाहिए. (फाइल फोटो)

भोपाल: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा देश भर के चिकित्सा महाविद्यालय में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली ‘नीट’ परीक्षा में बड़ा बदलाव हुआ है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने इस बदलाव से लाखों छात्रों को मुसीबत में डाल दिया है. वहीं यह बदलाव किस प्रक्रिया के तहत किए गए हैं, इसका ब्योरा देने से भी एमसीआई ने इंकार कर दिया है. एमसीआई ने मामला न्यायालय में विचाराधीन होने की बात कही, जबकि सूचना के अधिकार में प्रकरण विचाराधीन होने के बावजूद मांगा गया ब्योरा देने का प्रावधान है. गौड़ के मुताबिक, पिछले दिनों दिल्ली उच्च न्यायालय का एक फैसला आया था, जिसमें कहा गया था कि विचाराधीन मामलों की जानकारी सूचना के अधिकार में दी जा सकती है. उसके बावजूद एमसीआई ने ब्योरा देने से इंकार किया है.


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