Amit Shah का बंगाल दौरे का दूसरा दिन, नेशनल लाइब्रेरी में शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे

कोलकाता. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) दो दिवसीय बंगाल दौरे पर हैं. शाह लगातार जनसंपर्क कर बंगाल की जनता का विश्वास जीतने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं पार्टी के चुनाव प्रबंधन की कमान संभालते हुए कार्यकर्ताओं में जोश भर रहे हैं. ममता बनर्जी एक तरफ बाहरी बनाम भीतरी का मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही हैं तो वहीं बीजेपी रवींद्रनाथ टैगोर, नेताजी सुभाष चंद्र बोस से लेकर बंगाल के हर महापुरुष के सम्मान का संदेश दे रही है. इसी कड़ी में गृह मंत्री अमित शाह आज नेशनल लाइब्रेरी में शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे.

बंगाल के दंगल के दांव
बता दें, गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गुरुवार को यहां चुनावी यात्रा को हरी झंडी दिखा रवाना किया. इसके बाद दक्षिण 24 परगना जिले के नमखाना में एक सभा संबोधित की. इस दौरान शाह ने ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा. साथ ही उन्होंने महिला मतदाताओं को रिझाने के लिए कहा कि भाजपा अगर पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव (West Bengal Assembly Election 2021) के बाद सत्ता में आई तो महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा. शाह यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे वादा किया कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाएगा.

शरणार्थियों पर भी नजर

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के नारायणपुर में एक शरणार्थी परिवार के घर पर दोपहर का भोजन किया. शाह का यह कदम ऐसे समय पर सामने आया है, जब उन्होंने हाल ही में घोषणा की थी कि केंद्र सरकार कोरोना वायरस महामारी के बाद विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को जमीनी स्तर पर उतारेगी. बीजेपी की चुनावी यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए राज्य के अपने दौरे के दौरान शाह ने गुरुवार को बांग्लादेश के एक शरणार्थी सुब्रत विश्वास के निवास पर दोपहर का भोजन (लंच) किया. बीजेपी नेताओं का मानना है कि इससे उसे उन लोगों के वोटों को मजबूत करने में मदद मिलेगी, जो अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ हैं.

ममता की शाह को चुनौती
अमित शाह ने जनसभा के दौरान ममता पर ‘दीदी-भतीजा’ को लेकर परिवारवाद का आरोप लगाया. इस पर पलटवार करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने चुनौती दी कि अमित शाह पहले उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाएं और फिर उनसे लड़ने की सोचें. दक्षिण 24 परगना जिले के पाइलान में एक रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि अभिषेक यदि चाहते तो वह राज्यसभा सदस्य बनकर सांसद बनने का आसान रास्ता चुन सकते थे, लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और जनादेश प्राप्त किया. शाह सहित भाजपा नेता बनर्जी पर प्राय: वंशवाद की राजनीति का आरोप लगाते रहे हैं और कहते रहे हैं कि ‘भतीजे’ को विशेष तरजीह मिलती है तथा अंतत: उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा. बनर्जी ने शाह पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, ‘आपका बेटा क्रिकेट एसोसिएशन का हिस्सा कैसे बना और कैसे करोड़ों रुपये कमाए?’


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