भारत का हवाला देते हुए अमेरिका में TikTok पर बैन लगाने की मांग ने पकड़ा जोर

वॉशिंगटन: भारत (India) के बाद अब अमेरिका (America) में भी TikTok सहित अन्य चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है. 24 प्रभावशाली रिपब्लिकन सांसदों ने इस संबंध में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि जिस तरह भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगाने का असाधारण कदम उठाया है, वैसी ही कार्रवाई अमेरिका को भी करनी चाहिए.

अमेरिकी बाजारों तक चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) से जुड़े TikTok और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म की पहुंच सीमित करने के प्रशासन के प्रयासों को सराहते हुए सांसदों ने कहा कि चीनी ऐप्स उपयोगकर्ताओं के डेटा को चीन की सरकार के साथ साझा करते हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है. इसलिए इन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.

सांसदों की समूह की अगुवाई करने वाले केन बक (Ken Buck) ने पत्र में लिखा, ‘जून में भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए TikTok सहित 59 चायनीज ऐप्स को बैन किया था. हालांकि, ऐसा नहीं है कि अवैध रूप से उपयोगकर्ता डेटा को हासिल करने का चीनी खेल केवल भारत तक ही सीमित है. वास्तव में चीनी अधिकारी अमेरिका की एडवांस डेटा माइनिंग नीतियों के माध्यम से अमेरिकी उपभोक्ता और सरकारी डेटा तक आसान पहुंच का आनंद उठा रहे हैं’.

जासूसी के कई उदाहरण दिए
सांसदों ने अपने पत्र में यह दर्शाने के लिए कई उदाहरण दिए कि चीनी ऐप्स अमेरिकियों की जासूसी कर रहे हैं. उन्होंने ऐप की गोपनीयता का हवाला देते हुए कहा, ‘गोपनीयता नीति के मुताबिक, जब आप ऐप का इस्तेमाल करते हैं तो वह अपने आप आपसे कुछ जानकारी एकत्र कर लेते हैं. जिसमें इंटरनेट या अन्य नेटवर्क गतिविधि की जानकारी शामिल है, जैसे कि आपका आईपी पता, जियोलोकेशन-संबंधित डेटा, यूनिक डिवाइस पहचानकर्ता, ब्राउजर और खोज इतिहास और कुकीज. इसके अलावा, कंपनी की गोपनीयता नीति यह भी कहती है कि जब कोई थर्ड पार्टी सोशल मीडिया नेटवर्क से TikTok के साथ कोई जानकारी साझा करता है, तो वो इसे भी एकत्र करती है’.

चीनी सरकार के इशारे पर काम
सांसदों ने आगे कहा कि विदेशमंत्री माइक पोम्पियो (Mike Pompeo) ने हाल ही में कहा था कि ‘यदि अमेरिकी चाहते हैं कि उनकी निजी जानकारी चीन सकरार के हाथों में चली जाए तो वे TikTok इस्तेमाल कर सकते हैं’. लिहाजा, अब समय आ गया है कि अमेरिका को भी भारत की तरह सभी चीनी ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. पत्र में आगे कहा गया है कि ऑस्ट्रेलियाई रणनीतिक नीति संस्थान (Australian Strategic Policy Institute) की एक रिपोर्ट बताती है कि चीनी कंपनी बाइटडांस (ByteDance) उइगर मुस्लिमों के उत्पीड़न में चीनी सरकार के साथ मिलकर काम करती है. चीनी कानून के तहत कंपनी को अपने निदेशक मंडल में CCP अधिकारियों को जगह देनी होती है. लिहाजा यह स्पष्ट है कि चीनी ऐप्स कम्युनिस्ट पार्टी के इशारे पर काम कर रहे हैं.

नहीं करना चाहिए भरोसा
सांसदों ने पत्र में कहा, ‘अमेरिकी सरकार को चीनी ऐप्स या वेबसाइट पर भरोसा नहीं करना चाहिए. ये अमेरिकियों के निजी डेटा और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं. लिहाजा हम आग्रह करते हैं कि चीनी सरकार के इस जासूसी अभियान को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए. गौरतलब है कि हाल ही में सीनेटर जोश हॉले (Josh Hawley) ने एक बिल पेश किया है. जिसमें सरकारी विभागों द्वारा दी गई किसी भी डिवाइस पर TikTok इस्तेमाल करने या डाउनलोड करने पर रोक लगाने की बात कही गई है.


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