असम में बाढ़ से कोहराम! सड़कें डूबीं, जहां तक नजर जाए सिर्फ पानी ही पानी

गुवाहाटी: पूर्वोत्तर के राज्य असम (Assam) में सोमवार को बाढ़ (Flood) से हुई 1 और मौत से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 111 तक पहुंच गया. इनमें से 26 लोगों की मौत लैंडस्लाइड की वजह से हुई है. वहीं कई लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे हुए हैं जिन्हें रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है. इस बाढ़ से इंसानी जन-जीवन ही नहीं बल्कि जीव-जंतु भी प्रभावित हैं.

असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (ASDMA) की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रह्मपुत्र नदी कई जगहों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. असम के 24 जिले बाढ़ की चपेट में हैं और 24 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं. NDRF की टीमें भी लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं.

बता दें कि गोलाघाट स्थित काजीरंगा नेशनल पार्क का 85 फीसदी हिस्सा बाढ़ में डूब गया है. इससे यहां संरक्षित वन्य प्रजातियों के अस्तित्व पर संकट आ गया है. काजीरंगा नेशनल पार्क में अब तक 113 जानवरों की मौत हो चुकी है और 140 जानवरों को बचाया गया है. बाढ़ जैसी स्थिति में जानवरों के लिए बहुत भारी संकट पैदा हो जाता है. जानवरों के लिए भी कई तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन असम में हालात को ठीक होने में अभी समय लगेगा.

सोमवार को मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर बातचीत करके असम में बाढ़, कोविड-19 संबंधी हालात और बागजान तेल कुएं में आग संबंधी स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्य के प्रति चिंता एवं लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की और हरसंभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया है.


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