धार हादसे से भी नहीं लिया सबक, ओवर लोडिंग से हो सकती है बड़ी दुर्घटना

रतलाम: जिले के आसपास में जोखिम भरे सफर की खबर जी मीडिया ने कुछ दिन पहले प्रमुखता से दिखाई थी. प्रशासन का ध्यान भी इस और लाते हुए इस पर जल्द ही अंकुश लगाने की पहल की थी, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई अब तक इस जोखिम भरे सफर को रोकने के लिए शुरू नही की है.

बता दें कि एक दिन पहले ही धार जिले में पिकअप वाहन की दुर्घटना में 6 मजदूरों कि दर्दनाक मौत की खबर सामने आई है. इस हादसे में साफ हो गया कि इस तरह का लोडिंग वाहनों में परिवहन कितना खतरनाक है. इस हादसे को लेकर सीएम शिवराज सिंह समेत पूर्व मुख्यमंत्री ने भी दुख व्यक्त किया था. लेकिन इतने बड़े हादसे और 6 गरीब मजदूरों की दर्दनाक मौत के बाद भी इस तरह के जोखिम वाले सफर को रोकने के कोई आदेश जारी नही हुए और न ही प्रशासन ने कही कोई करवाई शुरू की है.

ओवर लोड वाहनों पर कोई कार्रवाई
रतलाम में धड़ल्ले से लोडिंग वाहन और बसों के छतो पर ओवर लोड यात्रियों को लादकर जान जोखिम में डालकर सफर करवाया जा रहा है. शहर के बीच से जिले के ग्रामीण इलाकों में ही नही बल्कि आसपास के जिलो, धार, मंदसौर व झाबुआ की ओर जोखिम वाला अवैध परिवहन जारी है. इस पर प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नही की है.

क्या बड़े हादसे का इंतजार?
ऐसा नही है कि यह जानकारी जिला परिवहन विभाग ओर पुलिस को नही है. ज़ी मीडिया ने खुद जिला परिवहन अधिकारी और पुलिस अधीक्षक को यह जानकारी पहले दे चुका है. और इस तरह के जोखिम भरे सफर को रोकने के लिए खबर भी प्रमुखता से दिखाकर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया है. लेकिन लगता है रतलाम जिला परिवाहन विभाग और पुलिस विभाग को किसी बड़े हादसे का इंतजार है. इसके बाद ही शायद जिला प्रशासन इस जोखिम भरे सफर पर रोक लगाने की कवायद करें.


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