Kim Jong Un ने फिर चेताया: परिमाणु हथियार विकसित करेगा North Korea, सेना को मजबूत बनाने पर रहेगा जोर

प्योंगयांग: लंबे समय से पूरी दुनिया के लिए सिरदर्द बना उत्तर कोरिया (North Korea) आने वाले दिनों में और भी बड़ा खतरा उत्पन्न कर सकता है. उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने साफ कर दिया है कि अंतरराष्ट्रीय दबाव और तमाम प्रतिबंधों के बावजूद उनका देश परमाणु हथियार विकसित करता रहेगा. सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी की बैठक के समापन पर किम ने कहा कि दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सेना को मजबूत करने पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाएगा.

8 दिनों तक चली बैठक
कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) के मुताबिक, आठ दिनों तक चली कांग्रेस की बैठक मंगलवार को समाप्त हुई. इस मौके पर किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने कहा, हमें अपनी सैन्य क्षमताओं को मजबूत करना होगा, हमें नए हथियार विकसित करने होंगे और परमाणु युद्ध निवारक दस्ते को प्रभावी बनाना होगा’. तानाशाह ने देश की गिरती अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूती देने की बात भी कही. किम ने कहा कि पिछले अनुभवों के आधार पर अगले पांच सालों का खाका तैयार किया गया है. जिसके सहारे हम अर्थव्यवस्था को पुन: मजबूती प्रदान कर पाएंगे. इसमें कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका होगी.

खतरनाक Weapons तैयार करने के आदेश
अपने संबोधन में किम ने कहा कि सैन्य बलों को मजबूती प्रदान करने के लिए कई वॉरहेड वाली मिसाइल, पानी के नीचे लॉन्च की जाने वाली परमाणु मिसाइल, जासूसी उपग्रहों और परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियां विकसित करने का आदेश दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए यदि हम अपनी सैन्य ताकत में इजाफा नहीं करते तो ये बेहद मूर्खतापूर्ण होगा. हमें हर खतरे के लिए खुद को तैयार करना होगा और दुश्मन को यह अहसास दिलाना होगा कि हम माकूल जवाब देने में सक्षम हैं.

इधर, बहन ने बोला South Korea पर हमला

वहीं, किम की शक्तिशाली बहन ने उस बयान के लिए दक्षिण कोरियाई सेना की आलोचना की है, जिसमें प्योंगयांग की सैन्य परेड की बात कही गई थी. पिछले साल अंतर-कोरियाई संबंधों की प्रभारी बनाई गईं किम यो जोंग (Kim Yo Jong) ने कहा कि दक्षिण कोरिया द्वारा हम पर इस तरह से नजर रखना उसका शत्रुतापूर्ण दृष्टिकोण प्रदर्शित करता है. दक्षिण कोरियाई सेना की तरफ से कहा गया था कि उसने प्योंगयांग में हुई सैन्य परेड देखी थी. किम की बहन के इस बयान से संकेत मिलता है कि वह अभी भी दोनों देशों के संबंधों को लेकर बनी समिति की प्रभारी हैं, लेकिन केसीएनए ने उन्हें सत्तारूढ़ पार्टी की केंद्रीय समिति की वाइस डिपार्टमेंट डायरेक्टर के रूप में संदर्भित किया है. जो यह दर्शाता है कि उनका डिमोशन हुआ है, क्योंकि पहले उन्हें फर्स्ट वाइस डिपार्टमेंट डायरेक्टर कहा जाता था.

पहली बार मानी Mistake
इससे पहले, बैठक के दौरान किम जोंग उन ने आर्थिक मोर्चे पर विफलता को स्वीकार करते हुए कहा था कि देश ने अपनी ताकत और वैश्विक प्रतिष्ठा को मजबूत करने में चमत्कारी जीत हासिल की, लेकिन 2016 में हमारे द्वारा बनाई गई पांच-वर्षीय आर्थिक योजना पूरी तरह विफल रही है. हर सेक्टर में हमें नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहे हैं. उन्होंने आगे कहा था कि हमें अपनी सफलताओं और जीत को आगे बढ़ाना चाहिए, जो हमने कड़ी मेहनत के बाद हासिल की है. साथ ही हमें बीते दिनों मिले कुछ कड़वे अनुभवों से सबक भी लेना होगा. बता दें कि किम जोंग ने 5 साल बाद कांग्रेस की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में पिछले कामों की समीक्षा के साथ ही अगले अगले 5 साल के लिए विकास का खाका तैयार किया गया है. बैठक में 250 पार्टी एग्जीक्यूटिव, 4,750 प्रतिनिधियों और 2,000 अन्य लोगों ने भाग लिया था.

क्या होगा Joe Biden का रुख?
कांग्रेस की बैठक में किम जोंग उन ने अमेरिका को लेकर जो बयानबाजी की है, उसके बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन का उत्तर कोरिया के प्रति क्या रुख होगा. किम ने कहा था कि वॉशिंगटन प्योंगयांग का सबसे बड़ा दुश्मन है. साथ ही उन्होंने धमकी भी दी कि यदि पश्चिमी देशों का रवैया नहीं बदला तो उत्तर कोरिया अपने परिमाणु हथियारों का विस्तार करने से भी पीछे नहीं हटेगा. तानाशाह ने यह भी कहा कि अमेरिका के साथ रिश्ते इस बात पर निर्भर करते हैं कि वो अपनी शत्रुतापूर्ण नीति को छोड़ता है या नहीं. किम ने चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि अमेरिका अपने रुख में बदलाव नहीं लाता, तो उत्तर कोरिया अधिक परिष्कृत परमाणु हथियार प्रणाली विकसित करेगा.


facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें