मध्य प्रदेश में बढ़ा लॉकडाउन का समय, सिर्फ इन जिलों को मिल सकती है छूट

भोपाल: मध्य प्रदेश में लॉकडाउन बढ़ सकता है. प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ने पर केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को 10 मई तक सख्त लॉकडाउन लगाने को कहा है. इसकी शुरुआत होशंगाबाद, उज्जैन से हो गई है.

केंद्रीय गृह सचिव अनिल कुमार भल्ला ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस को 26 अप्रैल को पत्र लिखा था. इसमें कहा गया था कि जिन जिलों में संक्रमण दर औसतन 10 फीसदी से ज्यादा है, वहां लॉकडाउन अगले 10 दिन और बढ़ाया जाए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोर ग्रुप की बैठक में इसके संकेत भी दे दिए हैं.

वर्तमान में प्रदेश के सभी शहरों में 3 मई तक कोरोना कर्फ्यू लागू है. इसके अलावा ज्यादा संक्रमण वाले ग्रामीण इलाको में भी अघोषित लॉकडाउन लगा है. इसके बावजूद प्रदेश में कोरोना पर लगाम नहीं लगती दिख रही है. प्रदेश में अप्रैल माह के शुरुआत से कोरोना कर्फ्यू के दौरान बाजार बंद हैं.

केंद्र के आदेश के बाद ऐसी संभावना है कि शिवराज सरकार 7 मई तक जिलेवार लॉकडाउन बढ़ाने के ऑर्डर देगी. 8 और 9 मई को शनिवार-रविवार को दो दिन का वीकेंड लॉकडाउन संबंधी स्टैंडिंग ऑर्डर पहले से ही लागू है. इस तरह माना जा रहा है कि 10 मई की सुबह 6 बजे तक प्रदेश के सभी जिलों में कोरोना कर्फ्यू लागू रहेगा. वहीं जहां केस कम होंगे वहां कर्फ्यू में रियायत देने का फैसला जिला क्राइसिस मैनेजमेंट तय करेगी.

किस जिले की किया है स्थिति?
शिवराज सरकार की अधिकारियों संग हुई बैठक में पता चला कि 8 जिलों शाजापुर, पन्ना, आगर मालवा, उमरिया, कटनी, राजगढ़, गुना और अनूपपुर में संक्रमण की दर पिछले दो दिन में कम हुई है, जबकि टीकमगढ़, दतिया, शिवपुरी, सिंगरौली, विदिशा, दमोह और नीमच में संक्रमण की दर 30 फीसदी से भी ज्यादा पहुंच गई है. अन्य जिलों में यह स्थिर है या घट-बढ़ रही है, सबसे बड़ी मुश्किल गांवों में कोरोना की चैन तोड़ना है. मुख्यमंत्री के समक्ष स्वास्थ्य विभाग के प्रजेंटेशन के मुताबिक 4 जिले- छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, खंडवा व भिंड को छोड़कर सभी जिलों में औसत संक्रमण दर 37% तक है.


facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें