अब प्लैटिनम की जूलरी बन रही है पहली पसंद, क्या सोने की चमक पड़ी फीकी

सोना कितना सोना है. सोने के बारे में कहा भी जाता है कि इसे सहेज कर रखो मुश्किल के दिनों में काम आता है. शादी हो या कोई और फंक्शन लोग अपने खास लोगों को सोने से बनी जूलरी गिफ्ट में देते हैं. लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि सोने की चमक फीकी पड़ रही है. क्या इस बात में दम है. ग्रामीण इलाकों में अभी भी शादियों में वर पक्ष सोने की जूलरी ही वधू को देता है. लेकिन शहरी इलाकों में तस्वीर थोड़ी बदली नजर आ रही है। 

सोने की कीमत का असर

शहरी इलाकों में वर पक्ष का झुकाव अब प्लैटिनम की जूलरी पर ज्यादा बढ़ा है. चाहे चेन हो या ब्रैसलेट या कान के झुमके. अब इसके पीछे की वजह भी जानना जरूरी है. इस समय सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 61 हजार रुपए है. यानी कि सस्ती से सस्ती जूलरी की कीमत भी 61 हजार रुपए से कम नहीं होगी. वहीं प्रति 10 ग्राम प्लैटिनम की कीमत 25 हजार रुपए है. यानी सोने की कीमत प्लैटिनम की कीमत से करीब ढाई गुना ज्यादा है. जूलरी के बिजनेस से जुड़े लोगों का कहना है कि पारंपरिक तौर पर शादियों में सोना ही वर और वधू दोनों पक्ष की पहली पसंद होती है. लेकिन कीमतों की वजह से अब लोग प्लैटिनम की जूलरी की तरफ शिफ्ट कर रहे हैं. इस समय प्लैटिनम से बनी जूलरी में करीब 25 से 30 फीसद तक उछाल दर्ज किया गया है.

प्लैटिनम की जूलरी में ज्यादा विकल्प

सबसे बड़ी बात यह भी है कि प्लैटिनम से बनी जूलरी में डिजाइन ज्यादा है. जबकि सोने से बने जूलरी में कम है. इसका अर्थ यह है कि आप कम कीमत में प्लैटिनम की जूलरी में विकल्प ज्यादा है और इसकी वजह से भी प्लैटिनम, सोने पर भारी पड़ रहा है. ई़टी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इस त्योहारी सीजन में प्लैटिनम जूलरी में 25 फीसद से अधिक उछाल दर्ज की गई है. जूलरी जगत से जुड़े लोगों के मुताबिक प्लैटिनम से जूलरी बनाने में मेकिंग कॉस्ट अधिक है फिर भी सोने की तुलना में यह कम है. 

40 ग्राम प्लैटिनम- गोल्ड की गणित

शहरी इलाकों के साथ साथ अब ग्रामीण इलाकों में प्लैटिनम की जूलरी को लेकर क्रेज बढ़ा है. ब्रैसलेट या चेन जिसकी कीमत 2 लाख के नीचे है उसके प्रति लोगों का रुझान इसलिए भी बढ़ा है क्योंकि 2 लाख से अधिक कीमत वाले गहनों के लिए आप पैन कार्ड देना आवश्यक है. अगर आप चालीस ग्राम सोने से बनी जूलरी की खरीद करते हैं तो आपको ढाई लाख रुपए देने पड़ेंगे जबकि चालीस ग्राम प्लैटिनम वाली जूलरी की कीमत एक लाख रुपए होगी. इसे खरीदने के लिए आपको पैन नहीं देना होगा. यानी सरकारी झंझटों से आजादी. एक और रिपोर्ट के मुताबिक अब यंग जेनरेशन में सोने की जूलरी की जगह सॉवरन गोल्ड बांड में रुचि बढ़ी है और यह भी एक बड़ी वजह है कि सोने की जूलरी कम पसंद की जा रही है.


facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें