LAC पर भारतीय सेना की तैयारियां देख चीन को सता रहा इस बात का डर

नई दिल्ली: चीन के साथ भारत का तनाव खत्म नहीं हो रहा. इस बीच आशंका जाहिर की जा रही है कि चीन और पाकिस्तान मिलकर भारत के खिलाफ बड़ी साजिश रच सकते हैं. लेकिन एलएसी से लेकर एलओसी तक ऐसी कोई भी साजिश चीन और पाकिस्तान दोनों को बहुत भारी पड़ेगी. भारतीय वायु सेना ने ऐलान किया है कि वो चीन और पाकिस्तान से एक साथ निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.

चीन को अब भारत के हमले का डर सता रहा
कल तक भारत की जमीन पर अतिक्रमण करने का सपना देख रहे चीन को अब भारत के हमले का डर सता रहा है. एलएसी पर भारतीय सैनिकों की तैयारियां देखकर चीन के एक्सपर्ट अंदेशा जाहिर कर रहे हैं कि इन सर्दियों में कुछ ही घंटों के अंदर भारत के सैनिक चीन के अंदर घुस सकते हैं. चीन के रक्षा विशेषज्ञों की ये चेतावनी दिखाती है कि एलएसी पर हिंद की सेना ने अपनी तैयारियां कितनी मजबूत कर ली हैं.

रफाल की उड़ान से चीन परेशान
लद्दाख में भारतीय वायु सेना के सबसे नए और सबसे शक्तिशाली लड़ाकू विमान रफाल की उड़ान से चीन परेशान है. इसी के साथ चीन और पीओके के पास मौजूद फॉरवर्ड एयरबेस पर सुखाई 30 एमकेआई गरज रहा है. वहीं सुपर हरकुलिस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के आपरेशन सुनिश्चित कर रहे हैं कि फॉरवर्ड बेस पर तैनात जवानों तक राशन और असलहे की कोई कमी नहीं रहे.

एलएसी पर चीन के साथ कई दौर की बातचीत के बावजूद तनाव कम नहीं हो रहा है. ऐसे में इस बात की आशंका भी जाहिर की जा रही है कि चीन और पाकिस्तान मिलकर भारत के खिलाफ खड़े हो सकते हैं. भारतीय वायु सेना दोनों मोर्चों एक साथ लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है.

चीन और पाकिस्तान पर चारों पहर कड़ी निगाह
चीन और पाकिस्तान दोनों के खिलाफ ऑपरेशन के लिए भारतीय वायुसेना तैयारी कर रही है. पाक अधिकृत कश्मीर और चीन बॉर्डर के पास मौजूद ये एयरबेस पाकिस्तान से 50 किलोमीटर दूर और युद्ध के नजरिए से अहमियत रखने वाले दौलत बेग ओल्डी से 80 किलोमीटर की दूरी पर है. यहां पर ट्रांसपोर्ट, फाइटर एयरक्राफ्ट और हेलिकॉप्टर की एक्टिविटी दिन-रात जारी है. यानी ​भारतीय वायु सेना, चीन और पाकिस्तान पर चारों पहर कड़ी निगाह बनाए हुए है.

खारडुंगला पास और श्योक नदी से होकर फॉरवर्ड एयरबेस पर पहुंचा जाता है.फॉरवर्ड एयरबेस पर सुखोई- 30 एमकेआई के ऑपरेशन जारी है. ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सी-30जे सुपरहरकुलिस, ल्यूशिन-76 और एंटन-32 के ऑपरेशन भी दिन-रात जारी हैं. ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट से एलएसी के पास दौलत बेग ओल्डी तक सबकुछ पहुंचाया जा रहा है. पूर्वी लद्दाख में स्थित बेस में जवानों के लिए राशन और असहले की सप्लाई भी जारी है.

बेस पर जवानों को पहुंचाने के काम में भी भारतीय वायुसेना जुटी है.

पाकिस्तान-चीन के एक साथ खड़े होने की आशंका
कई विशेषज्ञ पाकिस्तान के स्कार्दू एयरबेस से खतरे और पाकिस्तान-चीन के एक साथ खड़े होने की आशंका भी जाहिर कर रहे हैं. पीओके में स्कार्दू एयरबेस पर जून में चीन का एक री-फ्यूलर एयरक्राफ्ट उतरा था. ऐसे में इस आशंका को बल भी मिलता है और इसी खतरे को देखते हुए भारतीय वायु सेना ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है.

भारत का ये फॉरवर्ड एयरबेस श्योक के किनारे मौजूद है. जहां से भारतीय वायु सेना एलएसी पर पूरी नजर बनाए हुए है. इसके अलावा रफाल भी अंबाला से लद्दाख तक उड़ान भर चुका है. कुल मिलाकर सीमा पार से अगर कोई भी साजिश हुई तो दुश्मन को बहुत महंगी पड़ने वाली है.


facebook - जनसम्पर्क
facebook - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
twitter - जनसम्पर्क
twitter - जनसम्पर्क - संयुक्त संचालक
जिला प्रशासन इंदौर और शासन की दैनंदिन गतिविधियों और अपडेट के लिए फ़ॉलो करें