बलिया गोलीकांड पर एक्शन में योगी सरकार, SDM, CO समेत कई पुलिसकर्मी निलंबित

बलिया: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बलिया में पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारियों के सामने एक शख्स की हत्या के बाद राज्य की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर से सवाल खड़े हो रहे हैं. मृतक के परिजनों ने पुलिस पर आरोपी को भगाने का आरोप लगाया है. इस मामले में कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने मौके पर मौजूद एसडीएम, सीओ और दूसरे पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. वहीं आरोपी बीजेपी नेता अभी तक फरार है जिसकी तलाश में पुलिस लगी हुई है .

कोटे की दुकान के आवंटन के दौरान विवाद शुरू हुआ
जब पुलिस मौजूद हो, बड़े अधिकारी मौजूद हों, उस वक्त गोलियां चल जाएं, एक शख्स की हत्या कर दी जाए. किसी भी राज्य में कानून व्यवस्था के लिए इससे बड़ी चुनौती क्या होगी. उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में भी पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं. दुर्जनपुर इलाके में कोटे की दुकान के आवंटन के दौरान पहले विवाद शुरू हुआ. फिर बीजेपी नेता बताए जा रहे धीरेन्द्र सिंह ने गोली मारकर एक शख्स की हत्या कर दी.

8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
इस मामले में 8 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं. मृतक के परिजनों ने आरोपी धीरेन्द्र सिंह को बीजेपी विधायक का करीबी बताया है. इसी के साथ मौके पर मौजूद पुलिस वालों पर आरोपी को पकड़ने के बाद फरार करवाने का आरोप लगाया है.

अधिकारियों की भूमिका की जांच
इस बीच योगी सरकार वारदात के बाद सख़्त नजर आ रही है. मुख्यमंत्री ने एसडीएम, सीओ और अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के आदेश दिए. वहीं आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इस वारदात में अधिकारियों की भूमिका की जांच की जाएगी. अगर अधिकारियों की भूमिका इसमें पाई जाती है तो आपराधिक मामलों के तहत उन पर कार्रवाई की जाएगी.

मृतक के परिजनों का आरोप है कि धीरेन्द्र सिंह बीजेपी नेता है लेकिन बीजेपी के जिलाअध्यक्ष के मुताबिक आरोपी धीरेन्द्र सिंह संगठन में किसी भी पद पर मौजूद नहीं हैं.

वहीं विपक्षी पार्टियों ने बलिया हत्याकांड के बाद एक बार फिर से उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं.

प्रदेश की पुलिस के दामन पर दाग
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही अपराधियों के खिलाफ मिशन मे जुटी है. लेकिन प्रदेश की पुलिस के दामन पर दाग लगते जा रहे हैं. पहले बिकरू हत्याकांड में पुलिस वालों की हत्या में पुलिस वाले शामिल मिले. फिर हाथरस में पीड़ित लड़की का शव रात में जला दिया गया.

अब बलिया में पुलिस के सामने हत्या करके आरोपी फरार हो गया. सवाल ये ही है क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के किये-धरे पर उत्तर प्रदेश की पुलिस यूं ही पानी फेरती रहेगी?


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