नई दिल्ली: कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों ने आज भारत (Bharat Bandh) बंद बुलाया है, लेकिन बैंक यूनियनों ने साफ किया है कि वो इस भारत बंद में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने नए कृषि विधेयक को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति एकजुटता दिखाई है.
‘भारत बंद’ में बैंक शामिल नहीं होंगे
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन (AIBOC) के महासचिव सौम्य दत्ता ने कहा है कि यूनियन ने किसानों के साथ एकजुटता दिखाई है, लेकिन उनके द्वारा बुलाए गए भारत बंद (Bharat Bandh) में शामिल नहीं होंगे. ऑल इंडिया बैंक इम्प्लॉयज एसोसिएशन (AIBEA) के महासचिव सी एच वेंकटाचालम ने भी कहा है कि यूनियन हड़ताल नहीं करेगा लेकिन हम किसानों के आंदोलन को समर्थन करते हैं.
‘किसानों के साथ लेकिन कामकाज पर असर नहीं’
वेंकटाचालम ने कहा कि देश के किसानों के मुद्दों के समर्थन में यूनियन के सदस्य ड्यूटी के दौरान काले बैज लगाए लगाकर काम करेंगे और कामकाजी घंटों के बाद या पहले धरना देंगे और बैंक की शाखाओं के आगे प्लेकार्ड्स लगाएंगे. हालांकि, वेंकटाचालम ने साफ किया कि इस दौरान बैंक के कामकाज पर किसी तरह का कोई असर नहीं पड़ेगा.
कृषि कानूनों के खिलाफ भारत बंद
हजारों किसान, जिसमें ज्यादातर पंजाब और हरियाणा से हैं, नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि नए कृषि कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से जुड़ी व्यवस्था कमजोर पड़ जाएगी. और वो बड़े कॉरपोरेट घरानों पर निर्भर हो जाएंगे.
‘इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी’
हालांकि किसान नेताओं ने कहा कि किसी को भी भारत बंद में शामिल होने के लिए मजबूर या बाध्य नहीं किया जा सकता है, इमरजेंसी सेवाओं को जारी रखने की इजाजत रहेगी. आपको बता दें कि इस किसानों और सरकार के बीच इस गतिरोध को खत्म करने के लिए कई राउंड की बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है.
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