किसानों के काम की खबरः अब यूरिया के लिए नहीं होना पड़ेगा परेशान, शिवराज सरकार देने जा रही यह सुविधा

भोपालः यूरिया खाद का इस्तेमाल मध्य प्रदेश के लगभग सभी किसान करते हैं. ऐसे में हर साल यूरिया की कमी भी देखी जाती है. लेकिन इस बार प्रदेश की शिवराज सरकार कुछ ऐसा कदम उठाने जा रही है, जिससे किसानों को यूरिया की परेशानी नहीं होगी. इस बात की जानकारी खुद प्रदेश के सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने दी है.

किसान पहले से करा सकेंगे यूरिया की बुकिंग
शिवराज सरकार इस बार किसानों को अग्रिम बुकिंग कराने की सुविधा उपलब्ध कराने जा रही है. इसके लिए किसानों को राज्य सहकारी विपणन संघ यानि मार्कफेड की ऑफिशियल वेबसाइट mpmarkfed.mp.gov.in/ पर यूरिया के लिए आवेदन करना होगा. जिससे किसानों की जानकारी संबंधित सहकारी समिति तक पहुंच जाएगी.

SMS से मिलेगी यूरिया बुकिंग की जानकारी
संबंधित सहकारी समिति को अगर किसानों द्वारा भेजी गई जानकारी सही मिलती है, तो किसानों की यूरिया बुकिंग का मैसेज उनके मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा. यह शुरूआत आने वाली खरीफ की फसल के सीजन के साथ शुरू हो जाएगी. सहकारिता विभाग के अधिकारियों का कहना है कि किसानों के हित में यह पहल शुरू करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बनने जा रहा है, जो पहले से ही यूरिया की बुकिंग करेगा.

प्रदेश में हर साल लगता है 28 लाख टन यूरिया
मध्य प्रदेश में हर साल किसानों को करीब 28 लाख टन यूरिया की जरूरत पड़ती है. दरअसल, एक साथ सभी फसलों पर यूरिया का छिड़काव किया जाता है जिससे इसकी डिमांड ज्यादा रहती है. डिमांड ज्यादा होने की वजह से अव्यवस्था की स्थिति बनने लगती है. लेकिन इस बार ऐसा न हो इसके लिए शिवराज सरकार अभी से अग्रिम बुकिंग की सुविधा लाने जा रही है. जहां किसान जरूरत के हिसाब से यूरिया की बुकिंग करा सकेंगे.

इस तरह मिलेगा फायदा
दरअसल, किसानों को यूरिया सहकारिता विभाग की तरफ से दिया जाता है. सहकारिता विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मध्य प्रदेश में 4529 सहकारी समितियां मार्कफेड से ऑनलाइन तरीके से जुड़ी हैं. समितियों को उर्वरक की आपूर्ति मार्कफेड ही करता है. जिसकी जानकारी सहकारी समितियां ही सहकारी बैंकों को भेजती है.

ऐसे में अब किसानों को मार्कफेड की वेबसाइट पर जाकर अपनी सभी जानकारी भरनी होगी. जैसे किसान के पास कितनी जमीन है, उसने कौन सी फसल लगाई है, यूरिया किस कंपनी का चाहिए. इसके बाद मार्कफेड द्वारा संबंधित किसान द्वारा दी गई जानकारी की जांच सहकारी समिति में करवाई जाएगी. अगर जांच सही पाई गई तो किसान को सात दिन के अंदर जितनी बोरी यूरिया की उसने बुकिंग की होगी उतना यूरिया दिया जाएगा. तो अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आप भी अभी से यूरिया की अग्रिम बुकिंग करा ले.


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