देश की पहली Sex Toy Shop पर लगा ताला, स्थानीय Panchayat के विरोध के चलते एक महीने में ही हुई बंद

पणजी: गोवा (Goa) में खुली देश की पहली सेक्स टॉय शॉप (Sex Toy Shop) पर अब ताला लग गया है और इसकी वजह है स्थानीय पंचायत का विरोध. पंचायत ने शॉप में बेचे जाने वाले सामान पर कड़ी आपत्ति जताई थी, जिसके बाद दुकान के मालिक को मजबूरन उस पर ताला लगाना पड़ा. कलंगुट में कामा गिजमोस (Kama Gizmos) नाम की इस दुकान का उद्घाटन फरवरी में वेलेंटाइन वीक के दौरान हुआ था.

Joint Venture थी शॉप
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, दुकान खुलते ही इसका विरोध शुरू हो गया था. स्थानीय पंचायत ने सेक्स टॉय शॉप को संस्कृति के खिलाफ बताते हुए इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. पंचायत को यहां बिकने वाले सामान पर आपत्ति थी. जिसके बाद दुकान का शटर डाउन करना पड़ा. बता दें कि ऑनलाइन सेक्स टॉय स्टोर गिजमोसवाला (Gizmoswala) और सेक्सुअल वैलनेस स्टोर चेन कामाकार्ट (KamaKart) ने जॉइंट वेंचर के रूप में भारत के पहले ऑफलाइन सेक्स टॉय स्टोर और सेक्सुअल वैलनेस स्टोर की शुरुआत की थी.

Sarpanch ने दिया लाइसेंस का हवाला
पंचायत ने सेक्स टॉय शॉप के लाइसेंस का मुद्दा उठाया था. ‘कामा गिजमोस’ के पार्टनर प्रवीण गणेशन (Prawin Ganeshan) ने इस कहा कि मुद्दा काफी विवादित हो गया है. वहीं, कलंगुट के सरपंच दिनेश सिमेपुरुस्कार (Dinesh Simepuruskar) ने कहा कि उन्हें स्थानीय लोगों से कई शिकायतें मिली हैं, क्योंकि यह शॉप लोकप्रिय पर्यटन स्थल के बाजार में है. सरपंच ने कहा कि हमें शिकायत मिली थी कि इस दुकान के पास सही लाइसेंस नहीं है. इसलिए इसे बुधवार को बंद कर दिया गया और इसके बोर्ड और होर्डिंग्स को भी हटा दिया गया है.

इसलिए बनाया जा रहा निशाना
सरपंच सिमेपुरुस्कार ने आगे कहा, ‘वे सेक्स से संबंधित चीजें बेच रहे थे और हमें पुरुष और महिलाएं सभी इसके खिलाफ शिकायत कर रहे थे. लोगों ने सोशल मीडिया पर भी इसके खिलाफ आवाज उठाई थी. चूंकि यह एक गली में था, इसलिए पहले ज्यादा लोगों की नजर इस पर नहीं पड़ी थी. हम इस तरह की गतिविधियों को गोवा में नहीं होने देना चाहते’. उधर, कामाकार्ट के अधिकारियों ने कहा है कि सेक्स टॉय के लिए लाइसेंस लेने की प्रक्रिया चल रही है और इसलिए पंचायत ने कुछ दिनों के लिए दुकान बंद रखने को कहा है. हालांकि, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वे स्थानीय निवासी नहीं हैं.


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