झूठी अफवाहें फैलाने पर Kangana Ranaut की टीम ने अनुराग कश्यप की लगाई क्लास

नई दिल्ली: दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के निधन के बाद से ही कंगना रनौत (Kangana Ranaut) लगातार उनकी मौत के लिए इंडस्ट्री के लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए उन पर अपना गुस्सा निकाल रही हैं. हाल ही में इस मुद्दे पर फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) भी कंगना के विरोध में बोलेते नजर आए थे, जिसके बाद से ही कंगना की टीम और अनुराग की तरफ से एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है.

दरअसल, हाल ही में अनुराग कश्यप ने एक इंटरव्यू के दौरान कंगना पर सहायक भूमिकाओं को खुद से संपादित करने और फिल्म के निर्देशक की कुर्सी पर कब्जा करने का आरोप लगाया था. साथ ही अनुराग ने यह भी दावा किया था कि कंगना ने बुजुर्ग किरदार होने के चलते और एक मेन लीड कैरेक्टर के साथ स्क्रीन साझा करने के कारण ही तुषार हीरानंदानी की फिल्म ‘सांड की आंख’ का ऑफर रिजेक्ट कर दिया था.

अब कंगना की टीम में सोशल मीडिया पर अनुराग को इसका जवाब दिया है. कंगना की टीम ने सोशल मीडिया पर कहा कि अनुराग के दावे खोखले और बेबुनियाद हैं. कंगना के हिसाब से फिल्म ‘सांड की आंख’ में निर्देशक को उम्र के हिसाब ऐसे कलाकारों की तलाश थी, जिन्हें फिल्म में लेने से उम्र बढ़ने वाली महिलाओं के खिलाफ पूर्वाग्रह को दूर किया जा सके और फिल्म की अवधारणा भी कुछ इस तरह की ही थी.

टीम ने ट्विटर में लिखा, ‘यह बस एक तरह का स्पष्टीकरण है कि कुछ जागे हुए लिबरल लोग ‘सांड की आंख’ के बारे में झूठी अफवाहें फैला रहे हैं. कंगना कभी भी इस फिल्म के संदर्भ में अनुराग कश्यप से नहीं मिली हैं, हालांकि विकास बहल और फिल्म के डॉयरेक्टर कंगना के घर आए थे. तब कंगना ने यंग एक्टर्स की जगह सीनियर एक्टर्स को लेने का सुझाव दिया था क्योंकि फिल्म में यंग एक्टर्स को लेने के कारण बुजुर्ग महिलाओं के खिलाफ जो पूर्वाग्रह है वह नहीं टूट पाता.

फिल्म ‘सांड की आंख’ में कहानी की मांग थी कि इसमें उम्रदराज महिलाओं को दिखाना था, जो इस उम्र में भी चाहे तो सफल हो सकती हैं और कंगना का मानना था कि यदि ये रोल यंग एक्टर्स करेंगे तो वह फिल्म के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे. कंगना की टीम का दावा है कि, ‘कंगना ने एक अच्छी स्क्रिप्ट का बलिदान किया लेकिन दुख इस बात का है कि फिर भी यह रोल यंग एक्टर्स से ही करवाया गया, जबकि सीनियर एक्ट्रेसेस इस रोल के ज्यादा उपयुक्त थीं और यंग एक्टर्स से दादी का किरदार करवाकर सीनियर एक्टर्स के हाथ से एक अच्छा अवसर छीन लिया गया. दर्शकों द्वारा सीनियर एक्ट्रेसेस को इस तरह देखने से एक नई रौशनी मिलती, लेकिन झूठ फैलाने के लिए इन लोगों पर शर्म आती है’.


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