superfoods for jaundice: ये 7 सुपरफूड्स आपको दिलाएगा पीलिया से राहत, जानिए इसके फायदे

Superfoods to Fight Jaundice: पीलिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें आंखे, त्वचा पीली हो जाती है. यह तब होता है जब बॉडी में बिलीरुबिन की मात्रा अधिक होने लगती है. यह बीमीरी आमतौर पर बच्चों और व्यस्को दोनों को हो सकती हैं. अगर इसका समय से इलाज न किया जाए तो इससे लीवर फेल होने का खतरा हो सकता है, लेकिन आप कुछ खाद्य पदार्थ है, जिसको शामिल करके आप पीलिया से राहत पा सकते हैं. आइए जानते हैं किन पीलिया के दौरान किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए.

उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ: पीलिया की समस्या होने पर लीवर की रिकवरी के लिए फाइबर को डायट में शामिल करना बहुत आवश्यक है. फाइबर पाचन प्रक्रिया को तेज करता है और शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करते हैं. फाइबर धमनियों और लीवर में प्लाक और वसा को एकत्र होने से रोकता है और लीवर को ठीक से कार्य करने में मदद करता है. इसके साथ ही फायबर को डायट में शामिल करके शरीर से टॉक्सिक को बाहर निकालने में मदद मिलती है. 

हरी पत्तेदार सब्जियां: पीलिया के रोगियों के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना लाभदायक है. हरी पत्तेदार सब्जियों में में फायबर मौजूद होता है. जिसके कारण है ये लीवर को साफ रखती हैं और लीवर को ठीक से काम करने में मदद करती हैं. 

साबुत अनाज: पीलिया की समस्या होने पर ब्राउन राइस, जई और क्विनोआ जैसे साबुत अनाजों का सेवन करना चाहिए. इन सभी साबुत अनाजों में फायबर, विटामिन आदि खनिज तत्व पाये जाते हैं, जिसके कारण इसका सेवन करने पर पाचन को ठीक करने और सूजन को कम करने में मदद मिलती है. 

चाय: पीलिया के मरीजों के लिए ग्रीन टी रामबाण है. ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, जिसके वजह से ग्रीन टी लीवर को डैमेज होने से रक्षा करता है. इसके अलावा यह लीवर को ठीक प्रकार से कार्य करने में मदद करने के साथ सूजन को भी कम करने में मदद करता है. 

कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले कार्बोहाइड्रेट: पीलिया होने पर कम जिन खाद्य पदार्थों की ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होती है उनका सेवन करना फायदेमंद हो सकता है. जिन कार्बोहाइड्रेट का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है वे बॉडी को एनर्जी देते हैं. इसके लिए शकरकंद, दलिया, रतालू जैसे अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं. 

जामुन: जामुन में फायबर, विटामिन सी, विटामिन ई, और एंटीऑक्सीडेंट होता है, ये सभी लीवर को डैमेज होने से बचाते हैं और लीवर के कार्य में सुधार करते हैं.

ब्रोकोली: ब्रोकोली में फाइबर, विटामिन सी और के और एंटीऑक्सीडेंट होता है. ब्रोकोली लीवर को डिटॉक्सीफाई करता है साथ ही सूजन को कम भी करता है. 


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