LAC विवाद के बीच भारत के साथ आया ऑस्ट्रेलिया, चीन के खिलाफ उठाएगा ये बड़ा कदम

नई दिल्ली: भारत-चीन विवाद (India China Standoff) के बीच ऑस्ट्रेलिया (Australia) के एक कदम ने ड्रैगन को गंभीर सोच में डाल दिया है. ऑस्ट्रेलिया भारत (India) के प्रति अपने झुकाव को दर्शाने के लिए संयुक्त युद्धाभ्यास (India-Australia joint Naval Exercise) में भाग ले रहा है. यह दो दिवसीय युद्धाभ्यास आज से शुरू हो रहा है. इस दौरान, भारत और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाएं पूर्वी हिंद महासागर में अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेंगी. दोनों सेनाएं जटिल नौसैनिक कौशल, विमान विरोधी ड्रिल और हेलिकॉप्टर अभियानों की पूरी रेंज के साथ उतरेंगी.

चौथी अहम ड्रिल
जून से अब तक यह भारतीय नौसेना (Indian Navy) की चौथी अहम सैन्य ड्रिल है. इससे पहले अमेरिका, जापान और रूस के साथ ठीक ऐसा ही नौसैनिक अभ्यास पूरा किया जा चुका है. बुधवार और गुरूवार को होने वाले इस नौसैनिक अभ्यास को लेकर चीन चिंता में पड़ गया है. क्योंकि यह भारत के साथ उसके सीमा विवाद और हिंद महासागर क्षेत्र में उसकी नौसेना की बढ़ती गतिविधियों के बीच आयोजित हो रहा है.

होगा शक्ति प्रदर्शन
भारत की तरफ INS सहयाद्रि (INS Shayadri) और INS कार्मुक (INS Karmuk) इस नौसैनिक अभ्यास में हिस्सा लेंगे. जबकि रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी की ओर से एचएमएएस होबार्ट (HAMS Hobart) नजर आएगा. बता दें कि होबार्ट पोत की क्षमताओं को देखते हुए इसे डिस्ट्रॉयर या विध्वंसक भी कहा जाता है.

भारत ने दिया स्पष्ट संदेश
कोरोना (CoronaVirus) महामारी के चलते चीन-ऑस्ट्रेलिया के रिश्तों में भी कड़वाहट आई है. इस लिहाज से ऑस्ट्रेलिया का भारत के साथ आना चीन के लिए चिंता का विषय है. बीजिंग दोनों देशों की नौसेना के संयुक्त युद्धाभ्यास पर नजर बनाये हुए है. वहीं, भारत ने इस युद्धाभ्यास से चीन को यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि उसके मुकाबले के लिए वह पूरी तरह तैयार है और उसके सहयोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है.


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