सिंधिया के गढ़ में कांग्रेस की सेंधमारी, ग्वालियर पूर्व में इन कारणों से बीजेपी को मिली हार

भोपालः ग्वालियर जिले में आने वाली ग्वालियर पूर्व विधानसभा सीट पर इस बार सबसे कम 48.17 प्रतिशत मतदान हुआ. ज्योतिरादित्य सिंधिया के ग्वालियर जिले में आने वाली इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है. यहां 32 राउंड की मतगणना के बाद सुबह नतीजे घोषित किए गये. कांग्रेस के सतीश सिकरवार ने बीजेपी के मुन्ना लाल गोयल को 8555 वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल की. 

2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मुन्ना लाल गोयल ने बीजेपी के सतिश सिकरवार को हराया था. ज्योतिरादित्य सिंधिया के वर्चस्व वाली इस सीट पर 12 उम्मीदवार मैदान में खड़े थे. जिनके भाग्य का फैसला 32 राउंड की मतगणना में हुआ. 1 लाख 49 हजार 846 वोटर्स ने कांग्रेस प्रत्याशी सतीश सिकरवार को 75,342 तो बीजेपी के मुन्नालाल गोयल को जनता ने 66,787 वोट दिए. 

कौन खड़ा था मैदान में?

पार्टीउम्मीदवारवोट
कांग्रेस सतीश सिंह सिकरवार75,342
बीजेपीमुन्ना लाल गोयल66,782

कांग्रेस प्रत्याशी की जीत के कारण 

1. पार्षद रहते हुए अपने वार्डो में बेहतर काम करना न केवल अपने वार्ड बल्कि अन्य इलाके के लोगो की मदद के लिए तैयार रहना. क्षेत्र बेहतर छवि बनी है जीत की असल वजह.

2. बीजेपी से नाराज नेताओं का साथ मिलने से जनता का साथ बना रहा. 

3. पिछले चुनाव बीजेपी प्रत्यासी के तौर पर इसी सीट पर चुनाव लड़ने का अनुभव है. हालांकि पिछली बार कुछ वोटों के अंतर से ही चुनाव हारे थे. दल बदलने से कांग्रेस वोट उनकी झोली में आ गिरे. 

बीजेपी प्रत्याशी के हार के कारण
1. दल बदलू का नारा ग्वालियर जिले में खूब गुंजा, जिस वजह से उनकी छवि पर असर पड़ा. जिसका खामियाजा बीजेपी प्रत्याशी को हार के रूप में भुगतना पड़ा.

2. स्थानीय बीजेपी नेताओं के भितरघात का नुकसान मुन्ना लाल गोयल को इस उप चुनाव में जीत से दूर गया. जनता की नाराजगी ने उनके वोट में अंतर बनाया. 

3. व्यापारी वर्ग इलाको में कम मतदान होने से मुन्ना लाल गोयल के वोटों में कमी आई. जो उनकी हार का बड़ा कारण है. 


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