बच्चे के फेफड़े में फंसी सुई चुंबक से निकाल डाली, AIIMS के डॉक्टरों ने निकाला गजब का जुगाड़

AIIMS Doctors: डॉक्टरों को ऐसे ही भगवान का दर्जा नहीं दिया जाता. एम्स के डॉक्टरों ने इसका जीता-जागता उदाहरण पेश किया है. AIIMS के डॉक्टरों की काबिलियत ने एक मासूम की जिंदगी को बड़े जोखिम से बाहर निकाला है. सात साल के बच्चे के फेफड़े में सिलाई की सुई फंस गई थी. डॉक्टरों के पास यह मामला पहुंचा तो उन्होंने गजब का रास्ता निकाला. चुंबक की मदद से बच्चे के फेफड़े से सुई निकालकर उसकी जान बचाई. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बच्चे को कुछ दिनों से तेज बुखार और खांसी आ रही थी. खांसी में जब खून आया तो उसे एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया. जब डॉक्टरों को पता चला कि बच्चे के बाएं फेफड़े में सुई फंसी हुई है, तो उसे बुधवार (1 नवंबर) को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया.

एम्स दिल्ली में बाल चिकित्सा विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. विशेष जैन ने बताया कि सुई बच्चे के फेफड़े में बहुत गहराई तक फंसी हुई थी. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में हम ब्रोंकोस्कोपी के जरिये ऑपरेशन कर बाहरी तत्व को हटाते हैं. यहां चुनौती यह थी कि यह (सुई) फेफड़ों में अधिक गहराई तक थी, जिसका मतलब था कि हमारे ऑपरेशन के लिए डिवाइस के इस्तेमाल के लिए जगह कम थी. फिर हमने चुंबक के इस्तेमाल से ऑपरेशन का मन बनाया. दिल्ली के चांदनी चौक से तुरंत चंबक मंगवाया गया.

डॉ. जैन ने कहा कि अगर 4 मिमी चौड़ाई और 1.5 मिमी मोटाई वाला चुंबक समय पर डॉक्टरों के पास उपलब्ध नहीं होता, तो लड़के को ओपन-हार्ट सर्जरी की जरूरत होती. टीम ने धागे और एक रबर बैंड के इस्तेमाल से डिवाइस तैयार किया और चुंबक को इसमें इंस्टाल किया. चुंबक को सावधानी से सांस की नली में डाला गया. और धीरे-धीरे सुई चुंबक की तरफ खिंचती चली आई.

यह पता नहीं चल पाया है कि बच्चे के फेफड़े में सुई कैसे फंस गई. लेकिन डॉक्टर जैन ने कहा कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां बच्चे अजीब चीजें निगल लेते हैं. ऑपरेशन के कुछ घंटों बाद बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.


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