ऑगर मशीन ने दोबारा काम किया शुरू, आज पूरी हो सकती है ड्रिलिंग

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के महानिदेशक अतुल कर्कवाल ने सिलक्यार टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर कहा कि ऑगर मशीन का काम दोबारा शुरू हो गया है. 6-6 मीटर की पाइप डाली जाएंगी. अगर कोई obstacle रास्ते में नहीं आता है तो आज ये काम पूरा हो जायेगा.

12-14 घंटे में निकाले जा सकते हैं मजदूर

उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे सभी 41 मजदूरों को निकालने के लिए 12 से 14 घंटे लगेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा कि टनल में बचाव कर्मियों को मजदूरों तक पहुंचने और ड्रिलिंग पूरी करने में 12 से 14 घंटे लगेंगे. वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिल्क्यारा टनल साइट का दौरा किया, जहां फंसे मजदूरों को निकालने के लिए बचाव अभियान चल रहा है. 

12 मीटर रह गई दूरी

उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए लगातार बचाव अभियान जारी है. वहीं, मशीन से ड्रिलिंग के दौरान, जिन आयरन रॉड को एनकाउंटर किया गया था, आज सुबह NDRF के जवानों ने पाइप में घुसकर उन्हें गैस कटर से काटने का काम पूरा कर लिया है. अभी तक 8 पाइप अंदर डाली जा चुकी हैं, जो 45 मीटर तक अंदर है. 1 पाइप की लंबाई 6 मीटर है. वहीं, 9वें पाइप की वेल्डिंग, Positioning और Alignment का काम प्रगति पर है. SDRF ने पहले ही वायर के जरिये Modified Communication स्थापित किया है, जिसके जरिये स्पष्ट संवाद लगातार स्थापित है. बताया जा रहा है कि अब ड्रिलिंग के जरिए 12 मीटर की दूरी रह गई है. अगर सबकुछ बढ़िया रहा तो आज मजूदरों को सकुशल बाहर निकालने की उम्मीद है.

टनल में फिर शुरू हुआ ड्रिलिंग का काम

उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल पहुंचे प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा कि मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पाइप के अंदर आवाजाही में बाधा डालने वाले सभी स्टील को अब हटा दिया गया है. हम पहले ही पहुंच चुके 45 मीटर के निशान से 6 मीटर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. कल रात ड्रिलिंग के दौरान एक लोहे का सरिया आ गया था, जिससे काम रुक गया था. हमें उम्मीद है कि आगे कोई और बाधा नहीं होगी.

मजदूरों के लिए ग्रीन कॉरिडोर

उत्तरकाशी सुरंग हादसा को लेकर उत्तरकाशी की एसपी अर्पण यदुवंशी ने कहा कि मजदूरों को बचाने के बाद हमारी कार्य योजना तैयार है. हम मजदूरों को पुलिस एस्कॉर्ट के साथ ग्रीन कॉरिडोर के जरिए ले जाएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उनका सर्वोत्तम इलाज हो.  हमें लगता है कि उन्हें चिन्यालीसौर ले जाया जाएगा और फिर अगर जरूरी हो तो ऋषिकेश ले जाया जाएगा. 

खराब हुई मशीन

उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए लगातार बचाव कार्य चल रहा है. इस बीच बड़ी खबर यह है कि ड्रिलिंग कर रही मशीन में ख़राबी आ गई है. इस वजह से काम फिर से बाधित हो गया है. हालांकि, खराब मशीन को देखने के लिए कुछ एक्सपर्ट बुलाये गये हैं. वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे भी सिल्कयारा टनल पहुंचे. 

सीएम धामी पहुंचेंगे सिलक्यारा टनल

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 9:30 बजे मातली हेलीपैड से सिलक्यारा स्थित अस्थायी हेलीपैड के लिए रवाना होंगे. सीएम धामी यहां टनल में चल रहे रेस्क्यू कार्य का जायजा लेंगे. बता दें कि उत्तराखंड के उत्तराकाशी में स्थित टनल टनल में मलबे के कारण 41 मजदूर फंसे हुए हैं.


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