सीएम से मिलने के बाद बनेगी आंदोलन की रणनीति

विशेष संवाददाता ॥ भोपाल
मुख्यमंत्री के आश्वासन बाद भी श्योपुर जिले के 35 गांव की नहर की मांग को बजट में स्थान नहीं मिल पाया है। इससे लंबे समय से आंदोलनरत किसानों का गुस्सा एक बार भड़क गया है। ये किसान शिवराज सरकार के खिलाफ फिर एक बार लामबद्ध हो गए हैं। श्योपुर में 35 गांव की नहर निर्माण संघर्ष समिति के पदाधिकारी भोपाल आकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। इसके बाद भी केवल आश्वासन मिलता है आंदोलन की अगली रणनीति तय की जाएगी।
समिति ने भाजपा के जिला महामंत्री रामलखन नापाखेड़ली को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने के लिए अधिकृत किया हुआ है। उन्होंने आज भोपाल पहुंच कर मुख्यमंत्री सचिवालय से मुलाकात का समय मांगा है। इधर रामलखन ने बताया कि ये किसान शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस और बसपा नेता इस आंदोलन को उग्र करने का प्रयास कर रहे हंै।
इसलिए नाराज हैं किसान
35 गांव के किसान चंबल मुख्य नहर से नवीन नहर की मांग करते चले आ रहे हैं, इसको लेकर पिछले दिनों किसानों के द्वारा दिए गए धरने को सीएम शिवराज सिंह चौहान से नहर स्वीकृति के मिले आश्वासन पर समाप्त कर दिया गया था, लेकिन बजट में इसके लिए राशि का प्रावधान किए जाने के आश्वासन बाद भी बजट में इसका जिक्र नहीं किया गया है और यही वजह है कि लोग नाराज हैं, किसानों की इस नाराजगी को अफसरों का यहा रवैया और बढा रहा है, जिसमें अफसर 35 गांव की नहर पर किसानों को कोई उम्मीद भरा जवाब भी नहीं दे रहे हैं। हालांकि जन प्रतिनिधि जल संसाधन विभाग को दी गई 10 हजार करोड़ रुपए की राशि में इसकी स्वीकृति हो जाने की उम्मीद जता रहे हैं, लेकिन इसको पुख्ता ढंग से कोई नहीं कह रहा है।


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