पढ़िए, सुशांत सुसाइड मामले से जुड़ी इन 12 Fake News की क्या है पूरी सच्चाई

नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के सुसाइड मामले की जांच अब सीबीआई के पास है. साथ ही प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate- ED) भी इस मामले की जांच कर रही है. इससे पहले मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस सुशांत सुसाइड मामले की जांच कर रही थी. बता दें, इस दौरान सुशांत मामले में कई फेक न्यूज भी सामने आए, जिसकी सच्चाई आज Zee News आपके सामने लेकर आया है. तो आइए, डालते हैं इस मामले पर एक नजर…

1. फेक न्यूज: सुशांत की मौत से पहले उन्होंने पार्टी की थी.
रियल न्यूज: मुंबई पुलिस कमिश्नर से लेकर सुशांत के फ्लेटमेट सिद्धार्थ पिठानी जैसे इस मामले से जुड़े कई किरदार ये साफ कर चुके हैं कि 13 जून की रात सुशांत के घर कोई पार्टी नहीं हुई. मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस दोनों की ही जांच में ऐसे कोई तथ्य सामने नहीं आए हैं.

2. फेक न्यूज: इस पार्टी में एक राजनीतिक पार्टी का युवा नेता भी शामिल था. कई प्लेटफार्म पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे की ओर इशारा किया गया.
रियल न्यूज: जैसा कि हमने पहले बताया कि सुशांत के घर 13 जून को कोई पार्टी ही नहीं हुई. ऐसे में पार्टी में एक राजनीतिक पार्टी का युवा नेता शामिल था… ये खबर गलत पाई गई. खुद आदित्य ठाकरे ने भी इस मामले में सफाई पेश की थी. मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस दोनों की ही जांच में ऐसे कोई तथ्य सामने नहीं आए हैं.

3. फेक न्यूज: सुशांत की मौत के दिन 14 जून को दो एंबुलेंस बदलने के पीछे गहरा राज है.
रियल न्यूज: सुशांत के घर पहुंची पहली एंबुलेंस के स्ट्रेचर व्हील में दिक्कत आने के चलते शव इस एंबुलेंस में फिट नहीं हो रहा था, इसलिए दूसरी एंबुलेंस बुलाई गई थी. ये खुलासा खुद एंबुलेंस मालिक ने जी न्यूज के कैमरे पर किया है. यही तथ्य मुंबई और पटना पुलिस की जांच में भी पाया गया है.

4. फेक न्यूज: 14 जून को घर से निकलने के बाद सुशांत के शव को बीच रास्ते में एक एंबुलेंस से दूसरे एंबुलेंस में शिफ्ट किया गया.
रियल न्यूज: घटना के दिन जी मीडिया की टीम एंबुलेंस के साथ ही घर से हॉस्पिटल पहुंची थी और ऐसी कोई घटना नहीं हुई.

5. फेक न्यूज: दिशा सालियान खुदकुशी से पहले जो पार्टी हुई थी उसमें रिया चक्रवर्ती के भाई शौविक चक्रवर्ती भी थे.
रियल न्यूज: सही खबर ये है कि दिशा सालियान अपने मंगेतर रोहन राय के साथ अपने स्कूल फ्रेंड्स के साथ उनके मलाड इलाके में स्थित मकान पर पार्टी करने गई थी. ये पार्टी दिशा के बर्थडे को सेलिब्रेट करने के लिए रखी गई थी जो कि एक हफ्ते पहले बीत चुका था, लेकिन इस पार्टी में कुल 6 लोग ही थे जिसमें न तो शौविक चक्रवर्ती शामिल था, न कोई नेता और न ही कोई बड़ा अभिनेता.

6. फेक न्यूज: दिशा सालियन प्रेग्नेंट थीं
रियल न्यूज: न तो दिशा प्रेग्नेंट थीं और न ही ये बात दोनो राज्यों की पुलिस ने अब तक की जांच में सामने आई है.

7. फेक न्यूज: दिशा सालियान की खुदकुशी से पहले उसके साथ रेप हुआ.
रियल न्यूज: इस बात की भी न कोई पुष्टि हुई है और न ही मुंबई और बिहार पटना पुलिस की जांच में ऐसा कोई तथ्य सामने आया है.

8. फेक न्यूज: दिशा सालियान का शव नग्न अवस्था में मिला.
रियल न्यूज: दिशा सालियन का शव बरामद हुआ तब उनके शरीर पर उनके कपड़े थे. जांच एजेंसी के पास तस्वीरें भी मौजूद हैं. कपड़े पोस्टमार्टम के लिए ही उतारे गए. यही तथ्य अब तक हुई जांच में भी पाया गया है.

9. फेक न्यूज: दिशा के शव का पोस्टमार्टम उसकी मौत के दो दिन बाद 11 जून को क्यों किया गया.
रियल न्यूज: दिशा के शव का पहले कोविड टेस्ट किया गया और फिर कोविड रिपोर्ट आने के बाद उसका पोस्टमार्टम किया गया.

10. फेक न्यूज: दिशा सालियान मौत की जांच मालवणी पुलिस से चारकोप पुलिस को सौंप दी गई है.
रियल न्यूज: जांच किसी और पुलिस को नहीं सौंपी गई है. इस मामले की जांच मालवणी पुलिस ही कर रही है.

11. फेक न्यूज: आदित्य ठाकरे के साथ रिया चक्रवर्ती की तस्वीर वायरल
रियल न्यूज: जबकि इस तस्वीर में आदित्य ठाकरे के साथ दिशा पाटनी हैं.

12. फेक न्यूज: आईपीएस विनय तिवारी को मिली सीबीआई जांच की कमान
रियल न्यूज: आईपीएस विनय तिवारी को ऐसी कोई जिम्मेदारी नहीं मिली है. वे पटना सिटी एसपी के तौर पर ही कार्यरत हैं.

इस मामले में अब तक कुछ मीडिया चैनल्स ने आपको कुछ स्टिंग ऑपरेशन भी दिखाए, जबकि हकीकत ये है कि इनमें से कई किरदार कैमरे पर खुलकर बात करने के लिए भी तैयार थे, लेकिन सनसनी फैलाने के लिए हिड्डेन कैमरे का ड्रामा किया गया.

केस नंबर 1: सुशांत और रिया चक्रवर्ती के प्रॉपर्टी ब्रोकर सनी सिंह का एक अंग्रेजी चैनल पर स्टिंग!
सनी सिंह जी मीडिया के कैमरे पर यही बात खुलकर बेबाकी से रख चुके हैं.

केस नंबर 2: चाबी वाले का स्टिंग!
जिस चाबीवाले का किसी चैनल ने स्टिंग किया दरअसल उसका कहना है कि ये वो शख्स है ही नहीं जिसने सुशांत के बेडरूम का दरवाजा खोला था. शोर शराबे के लिए मशहूर एक चैनल ने उसकी बातों को तोड़ मरोड़कर पेश किया. जी मीडिया के कैमरे पर है इस चाबीवाले का पक्ष.

केस नंबर 3: एंबुलेंस मालिक का ऑडियो!
शोर मचाने वाले चैनल ने ही एंबुलेंस मालिक का ऑडियो चलाकर बताया कि सुशांत के शव को सीलिंग से नीचे उसने उतारा जबकि हकीकत में इस एंबुलेंस वाले ने सुशांत के शव को मकान से नीचे उतारकर एंबुलेंस में रखा था. शव को सीलिंग से नीचे सिद्धार्थ पिठानी ने उतारा था.

केस नंबर 4: एक चैनल ने सुशांत के फोरेंसिक डॉक्टर्स के स्टिंग का हवाला देकर सुशांत की डायरी से जुड़ी जानकारी दी.
जबकि स्टिंग में दिखाई देने वाले डॉक्टर सोनवणे कूपर हॉस्पिटल के उस फोरेंसिक डिपार्टमेंट में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर कार्यरत हैं जो सिर्फ शवों के पोस्टमार्टम करती हैं. डायरी, मोबाइल और लैपटॉप जैसी चीजों की फोरेंसिक जांच कलीना एफएसएल में एक्सपर्ट्स की एक अलग टीम करती है.


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