अस्पताल में भर्ती होने के बाद से ही डॉक्टरों से कहते रहे राहत इंदौरी, अब मैं ठीक नहीं हो पाऊंगा

इंदौर: अपनी शायरी से हिन्दुस्तानियों दिलों में राज करने वाले हर-दिल-अजीज शायर राहत इंदौरी ने 70 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया. राहत इंदौरी एक दिन पहले ही कोरोना पॉजिटिव आए थे, अगले ही दिन दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया.

उन्हें इलाज के लिए इंदौर के अरबिंदो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, मंगलवार शाम करीब 5 बजे यहीं पर उन्होंने आखिरी सांस ली. अरविंदो अस्पताल के डायरेक्टर विनोद भंडारी ने बताया कि राहत इंदौरी आखिरी समय में क्या बातें कर रहे थे.

”दो गज़ सही मगर यह मेरी मिल्कियत तो है…” कहने वाले राहत इंदौरी सुपुर्द ए-खाक

उन्होंने कहा, ”राहत साहब डॉक्टरों से लगातार कह रहे थे कि मैं अब ठीक नहीं हो पाऊंगा. डॉक्टर उन्हें लगातार समझा रहे थे, उनको हिम्मत बंधा रहे थे. वह अस्पताल में भर्ती होने के बाद से ही बार-बार इस बात को दोहरा रहा थे.” डॉक्टर विनोद भंडारी ने बताया कि राहत साहब को पहले से कई बीमारियां थीं.

उन्हें किडनी में भी दिक्कत थी. इसके अलावा उन्हें हाइपर टेंशन, डायबिटीज और हार्ट की दिक्कत थी. राहत इंदौरी को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया तो उनके लंग्स में इंफेक्शन था. उन्हें हार्ट अटैक आया और यही उनके इंतकाल का कारण रहा.


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