‘Corona Vaccine में Cow blood, हिंदू न लगवाएं टीका’; Swami Chakrapani का दावा

नई दिल्ली: देश में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) अगले महीने से आने वाली है. लेकिन उससे पहले वैक्सीन को लेकर मजहबी उस्तादों ने विवाद शुरू कर दिया है. मुंबई की रजा अकादमी के बाद अब हिंदू महासभा नेता स्वामी चक्रपाणि (Swami Chakrapani) ने दावा किया है कि अमेरिका में तैयार हुई कोरोना वैक्सीन में गाय का खून (Cow blood) है. इसलिए सरकार को इस दवा को भारत में इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देनी चाहिए.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजा ज्ञापन
देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजे ज्ञापन में स्वामी चक्रपाणि (Swami Chakrapani) ने कहा कि कोरोना खत्म होना चाहिए और वैक्सीन (Corona Vaccine) भी जल्द ही लगाई जानी चाहिए, लेकिन इसके चलते अपने धर्म को नष्ट नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि प्रत्येक नई दवाई के निर्माण के वक्त उसमें मिलाए जाने वाली चीजों की जानकारी दी जाती है तो आखिर कोरोना वैक्सीन के बारे में जानकारी क्यों नहीं मिलनी चाहिए.

‘अमेरिका में तैयार हुई वैक्सीन में गाय का खून’

स्वामी चक्रपाणि (Swami Chakrapani) ने कहा कि हमको ऐसी जानकारी मिली है कि अमेरिका में जो वैक्सीन (Corona Vaccine) तैयार हुई है, उसमें गाय के खून का इस्तेमाल किया गया है. सनातन धर्म में गाय को माता मानते हैं और ऐसे में अगर गाय के खून (Cow blood) को हमारे शरीर में पहुंचाया जाता है तो उसे हमारे धर्म को नुकसान पहुंचाने की कोशिश होगी.

‘सनातन धर्म को खत्म करने की साजिश’
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने को लेकर सालों से यह साजिश रची जा रही है. इसी वजह से हम चाहते हैं कि कोरोना को लेकर भी अगर विदेश से कोई वैक्सीन आ रही है तो उसके बारे में भी पहले पूरी जानकारी दी जाए. लोगों को सारे संशय दूर होने के बाद ही वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया जाए.

‘वैक्सीन के बारे में लोगों को जानकारी दी जाए’

स्वामी चक्रपाणि (Swami Chakrapani) ने कहा कि देश में विकसित हो रही कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के बारे में भी जानकारी जनता के सामने रखी जानी चाहिए. उस जानकारी के बाद लोगों को टीका लगवाने या न लगवाने का विकल्प दिया जाए. उन्होंने कहा कि भले ही जान चली जाए, लेकिन धर्म नष्ट नहीं होना चाहिए. जब तक इस बात का भरोसा नहीं हो जाता कि कोरोना को लेकर जो वैक्सीन तैयार की गई है, उसमें गाय का खून (Cow blood) नहीं है तब तक वह वैक्सीन नहीं लगवाएंगे.

रजा अकादमी ने लगाया था सुअर की चर्बी का आरोप
इससे पहले मुंबई की रजा अकादमी (Raza Academy) ने आरोप लगाया था कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) में सुअर की चर्बी मिलाई जा रही है. इसलिए मुसलमानों को इस टीके को नहीं लगवाना चाहिए. वहीं संयुक्त अरब अमीरात की फतवा काउंसिल ने कहा है कि यदि किसी दवा से इंसान की जान बच सकती है तो उसे लिया जाना चाहिए, फिर चाहे वह दवा किसी भी तरीके से बनी हो.

अगले महीने लॉन्च हो सकती है कोरोना वैक्सीन
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा है कि अगले महीने कभी भी कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) भारत में लॉन्च की जा सकती है. इसके लिए सोमवार से देश में 48 घंटे की मेगा ड्रिल भी शुरू हो गई है. जिसमें आम लोगों तक कोरोना वैक्सीन पहुंचाने की राज्य सरकारों की तैयारियों को परखा जाएगा. कोरोना वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने पर शुरूआत में यह टीका कोरोना वॉरियर्स को लगाया जाएगा.


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