क्या Donald Trump को दोषी ठहराया जा सकेगा? जानिए महाभियोग ट्रायल की पूरी प्रक्रिया और संभावना

वाशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को फिलहाल राहत नहीं मिली है. डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ दूसरी बार महाभियोग की सुनवाई मंगलवार को सीनेट के सामने शुरू हो गई है. अमेरिका के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी राष्ट्रपति को महाभियोग का सामना करना पड़ रहा हो. महाभियोग के तहत ट्रंप पर अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव (US President Election) परिणाम पलटने के लिए बीती 6 जनवरी को अमेरिकी कैपिटल (US Capital) में दंगा भड़काने का आरोप लगाया गया है.

ट्रंप के वकील की दलील खारिज
दूसरी तरफ अमेरिका के पूर्व राष्टपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के वकीलों की दलील है कि पूर्व राष्ट्रपति ने समर्थकों की रैली को संबोधित करने के दौरान लोगों को दंगे के लिए नहीं भड़काया. साथ ही ट्रंप के वकील ने यह भी दलील दी कि प्रेसिडेंट ऑफिस छोड़ने के बाद ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाना असंवैधानिक है, लेकिन सीनेट ने ये सारी दलील खारिज करते हुए महाभियोग ट्रायल को संवैधानिक ठहराया है. सीनेटर ने कहा, पूर्व राष्ट्रपति पर लगे विद्रोह को भड़काने का आरोपों की सत्यता पता लगाना हमारा कर्तव्य है. बता दें, ट्रंप पर इसी साल 6 जनवरी को अमेरिकी कैपिटल भवन (American Capitol Building) पर हमला करने के लिए अपने समर्थकों को उकसाने का आरोप है. इस दौरान हुई हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई थी और कुछ अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

क्या होगी महाभियोग की प्रक्रिया
ऐसे में ट्रायल को लेकर लोगों के मन में कई सवाल हैं, और यह भी जानने की जिज्ञासा है कि ये मामला कैसे आगे बढ़ेगा. जैसे- क्या ट्रंप को दोषी ठहराया जा सकेगा? दरअसल, ट्रंप को दोषी ठहराने के लिए जरूरी है कि 100 सदस्यीय वाले चैंबर में कम से कम 67 सीनेटर उनके खिलाफ मतदान करें. चैंबर में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के 50-50 सीनेटर हैं, इसमें उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस टाई ब्रेकर हैं लेकिन इस मामले में उनका ट्रंप के खिलाफ वोट करना भी खास काम नहीं आएगा क्योंकि 26 जनवरी के टेस्ट वोट के दिन केवल 5 रिपब्लिकन सीनेटरों ने उनके खिलाफ मतदान किया. अब भी यदि वे ट्रंप को दोषी ठहराने के लिए वोट करें तो भी 67 का आंकड़ा छू पाना मुश्किल है.

ट्रंप के खिलाफ मामला क्या है?
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के वकीलों ने महाभियोग ट्रायल को राजनीतिक ड्रामा करार दिया है और कहा है कि डेमोक्रेट्स 6 जनवरी को हुए दंगों से राजनीतिक लाभ ले रहे हैं. ट्रंप के वकीलों ने यह भी तर्क दिया है कि सीनेट को महाभियोग ट्रायल नहीं करना चाहिए क्योंकि अब ट्रंप राष्ट्रपति नहीं है. बता दें कि अमेरिका में इतिहास में अब तक किसी राष्ट्रपति को पद छोड़ने के बाद महाभियोग का सामना नहीं करना पड़ा है.

क्या ट्रंप सामने आएंगे?
ट्रंप ने महाभियोग के मैनेजर्स के गवाही देने के आग्रह को ठुकरा दिया है. वे 20 जनवरी से ही फ्लोरिडा में हैं. चूंकि ट्विटर उन्हें प्रतिबंधित कर चुका है लिहाजा अब वे प्रेस विज्ञप्ति के जरिए अपनी बात कह रहे हैं.


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