प्रदेश में बाघों की गिनती पूरी, कल से एकत्रित डाटा का शुरू होगा आंकलन

विशेष संवाददाता ॥ भोपाल
वन विभाग के 30 हजार से अधिक कर्मचारी और स्वयं सेवक प्रदेश के नेशनल टाइगर रिजर्व और अन्य वन क्षेत्रों में बाघों की गणना को अंजाम देने में जुटे हुए हैं। 21 मार्च से 26 मार्च तक चलने वाली गणना में मांसाहारी वन्यजीवों के साथ सभी तरह के वन्यप्राणियों की गिनती की जाना है। वहीं जंगल में मनुष्यों व गोवंश की दखल किन क्षेत्रों में बढ़ी है, यह भी देखा जा रहा है। इस बार गणना में एम स्ट्राइप एप का उपयोग किया जा रहा है। 26 मार्च के बाद सभी जगहों से एकत्रित डाटा का आंकलन किया जाएगा और उसे वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट के साफ्टवेयर में दर्ज करेंगे।
मानव दखल बढ़ा
जंगलों के आस पास ग्रामीण इलाकों के चारागाह और वनक्षेत्र की कमी को भी गणना में शामिल किया गया है। जिले की सीमा वाले वन क्षेत्र के अंदर मानव व गोवंश के घुसने से जुड़े आंकड़े भी लिए जा रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ गणना 26 मार्च तक की जाना है। आखिरी चार दिनों में हर तरह के वन्यजीवों के जीवित होने से जुड़े सबूत एकत्रित किए जाएंगे। जिन्हें वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट के तैयार साफ्टवेयर में दर्ज किया जाएगा।

मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी की शोभा बढ़ाएंगे 400 वन्य प्राणी
भोपाल (विसं)। उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि महाराजा मार्तण्ड सिंह व्हाइट टाइगर सफारी से विंध्य क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा मिला है। टाइगर सफारी के विस्तार तथा इसे अधिक आकर्षक बनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ ही महीनों में चार सौ से भी अधिक वन्य प्राणी टाइगर सफारी की शोभा बढ़ायेंगे। शुक्ल ने बताया कि सफारी में शीघ्र ही एक जोड़ा सफेद बाघ तथा एक जोड़ा एशियाई सिंह पहुंचेंगे। वन विहार भोपाल से पांच चीतल-सांभर कल मुकुदंपुर पहुंचे, जिन्हें नव-निर्मित बाड़े में रखा गया है। शुक्ल कल मुकुदंपुर में व्हाइट टाइगर सफारी में दो नव निर्मित बाड़ों और नाइट हाउस का लोकार्पण कर रहें थे। शुक्ल ने कहा कि टाइगर सफारी में पांच नये सदस्य जुड़े हैं। सफेद बाघों की संख्या में भी शीघ्र ही वृद्धि की जायेगी। इसमें बार्किंग डियर तथा कृष्ण मृग भी लाये जा रहे हैं।


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