भारत-पाकिस्तान से बचने के लिए स्कॉटलैंड से खुद ही तो नहीं हार गया बांग्लादेश?

टी-20 वर्ल्ड कप के पहले दिन ही बड़ा उलटफेर हुआ। क्वालिफायर ग्रुप-बी के मुकाबले में बांग्लादेश को स्कॉटलैंड के हाथों 6 रन से हार झेलनी पड़ी। इस नतीजे के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या बांग्लादेश इस मैच में जानबूझ कर हारा? क्या बांग्लादेश टीम इंडिया की डर से यह मैच हारा? ऐसे सवाल क्यों उठ रहे हैं और बांग्लादेश की इस हार का टूर्नामेंट पर आगे क्या असर होगा यह हम आपको विस्तार से बता रहे हैं। टी-20 वल्र्ड कप की शुरुआत क्वालिफायर मुकाबलों के साथ हुई है। क्वालिफाइंग राउंड में 8 टीमों को 4-4 की संख्या में दो अलग-अलग ग्रुपों (ग्रुप-ए और ग्रुप बी) में डाला गया है। दोनों ग्रुप की टॉप-2 टीमें सुपर-12 में एंट्री करेंगी। सुपर-12 इस वल्र्ड का दूसरा राउंड है। इसमें भारत, पाकिस्तान सहित 8 टीमें पहले ही मौजूद हैं।

बांग्लादेश की हार से क्या होगा
बांग्लादेश क्वालिफाइंग राउंड के ग्रुप बी में है। इसमें में नंबर-1 रहने वाली टीम सुपर-12 के ग्रुप-2 में जाएगी। इस ग्रुप में भारत, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान की टीमें हैं। वल्र्ड कप में सुपर-12 के अलावा सेमीफाइनल और फाइनल मैच UAE में खेले जाने हैं। UAE की पिचों पर एशियन टीमों के सामने बांग्लादेश की चुनौती कमजोर हो सकती है। ऐसी स्थिति न आए इसके लिए बांग्लादेश को क्वालिफाइंग राउंड में अपने ग्रुप में टॉप पर आने से बचना होगा। स्कॉटलैंड के खिलाफ हार से यह संभावना काफी मजबूत हो गई है कि बांग्लादेश अब शायद अपने ग्रुप में टॉप पर न आए।
वैसे यह कहना तो सही नहीं होगा कि बांग्लादेश जानबूझ कर हारा है, लेकिन अगर उसने भारत और पाकिस्तान जैसी टीमों से बचने के लिए ऐसा किया है तो यह दांव उल्टा भी पड़ सकता है। क्वालिफाइंग राउंड में बांग्लादेश के ग्रुप में ओमान भी मौजूद है। ओमान ने अपने पहले मैच में पापुआ न्यू गिनी को एकतरफा अंदाज में 10 विकेट से हराया। अगर ओमान की टीम बांग्लादेश को हरा देती है तो फिर बांग्लादेश के लिए सुपर-12 राउंड में जगह बनाना मुश्किल होगा। 1992 वल्र्ड कप में न्यूजीलैंड की टीम पर इसी तरह का आरोप लगा था। उस वल्र्ड कप में न्यूजीलैंड की टीम ने पहले सात लीग मैच लगातार जीते थे। आखिरी लीग मुकाबले में उसका सामना पाकिस्तान से था। अगर कीवी टीम वह मैच जीत जाती तो सेमीफाइनल में उसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में खेलना पड़ता। हार की स्थिति में न्यूजीलैंड को अपने घर में पाकिस्तान के खिलाफ सेमाीफाइनल खेलना होता। न्यूजीलैंड आखिरी लीग मैच में पाकिस्तान से हार गया। हालांकि, पाकिस्तान ने सेमीफाइनल में उसे फिर से पटखनी दे दी और आखिरकार उस वल्र्ड कप का चैंपियन भी बन गया। 2007 टी-20 वल्र्ड कप तो आपके जेहन में जरूर होगा, भारत तब चैंपियन जो बना था। उस वल्र्ड कप में भारत का एक मैच साउथ अफ्रीका से था। अगर भारतीय टीम वह मैच हार जाती तो उसके ऊपर खिताब जीतने की होड़ से बाहर होने का खतरा था। वहीं, साउथ अफ्रीकी टीम वह मैच जीत जाती तो सेमीफाइनल में उसकी भिड़ंत ऑस्ट्रेलिया से हो सकती थी। ऑस्ट्रेलिया ने उस साल वनडे वल्र्ड कप भी जीते थे और माना जाता है कि साउथ अफ्रीका सेमीफाइनल में उससे खेलने से बचना चाहता था। नतीजा यह हुआ कि भारत ने साउथ अफ्रीका को इतने बड़े अंतर से हरा दिया कि साउथ अफ्रीका टूर्नामेंट से ही बाहर हो गई।


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