कोरोना के चलते 13 करोड़ से ज्यादा लोग भुखमरी की कगार पर, UN ने किया आगाह

नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations) की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना (coronavirus) महामारी के चलते दुनियाभर में खाद्य सुरक्षा खतरे में पड़ने वाली है. 2020 के अंत तक कोविड-19 (COVID-19) महामारी के चलते 132 मिलियन लोग भुखमरी की कगार पर जा सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र संघ ने ये 2030 तक ‘जीरो हंगर’ का लक्ष्य रखा था, यानी 2030 के अंत तक दुनिया में कोई भी आदमी भूखा नहीं रहेगा.

संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, ‘कोविड 19 के चलते गरीबों के हालात अब और खराब होने वाले हैं. लेकिन हम ये होने नहीं दे सकते.’

संयुक्त राष्ट्र संघ की रिपोर्ट ‘द स्टेट ऑफ फूड सिक्योरिटी एंड न्यूट्रीशन इन द वर्ल्ड इन 2020’, जिसे एफएओ, यूनीसेफ, वर्ल्ड फूड प्रोग्राम जैसे कई संगठनों के सहयोग से तैयार किया है, इसके मुताबिक 2019 तक दुनियाभर में 690 मिलियन लोग अल्पपोषित थे. ये आंकड़े 2018 के आंकड़ों से 10 मिलियन ज्यादा थे और पिछले पांच साल में अल्पपोषित लोगों की जनसंख्या 60 मिलियन तक बढ़ी है.

ऐसे में कोरोना महामारी उनके लिए और भी भयावह दिन लाने वाली है, कोरोना के चलते पूरी दुनिया में 83-132 मिलियन और लोग अल्पपोषितों में इस साल के अंत तक जुड़ने वाले हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक 2030 तक अल्पोषितों की संख्या बढ़कर 840 मिलियन हो जाएगी. जाहिर है इनमें से ज्यादातर भूख का शिकार बनेंगे.

रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे 2008-09 की मंदी ने भी भुखमरी को बढ़ा दिया था, अल्पपोषित लोगों की जनसंख्या काफी बढ़ गई थी. इस रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में करीब 2 बिलियन लोग ऐसे थे, जिन्हें गुणवत्ता पूर्ण खाना खाने को नहीं मिला.

बच्चों में भी कम पोषक खाना मिलने से तमाम विकारों के बारे में पूरी दुनिया के आंकड़े इस रिपोर्ट में शामिल किए गए हैं कि कैसे पूरी दुनिया में 21.3 फीसदी यानी कुल 144 मिलियन बच्चे अविकसित हैं, जबकि 5.6 फीसदी यानी 38.3 मिलियन ओवर वेट हैं. वहीं 340 मिलियन बच्चे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से जूझ रहे हैं.


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